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निर्माण शुरू, 2027 तक पूरा होने का लक्ष्य
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने भुवनेश्वर मेट्रो प्रोजेक्ट को बंद करने की अटकलों को खारिज करते हुए इसके कटक तक विस्तार की घोषणा की है। पहले चरण में मेट्रो का आखिरी स्टेशन त्रिसुलिया प्रस्तावित था, लेकिन अब इसे और व्यावहारिक बनाते हुए सीधे कटक शहर तक जोड़ा जाएगा।
अप्रैल 2025 से मेट्रो का निर्माण औपचारिक रूप से शुरू हो चुका है। भुवनेश्वर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) ने प्रीकास्टिंग यूनिट और कोच मेंटेनेंस डिपो का काम शुरू कर दिया है।
यह यूनिट खंभों जैसे ढांचों को साइट के बाहर तैयार करेगी, ताकि गुणवत्ता और गति दोनों बनी रहे। मिट्टी की जांच के बाद जल्द ही एलिवेटेड ट्रैक का निर्माण शुरू होने वाला है।
प्रोजेक्ट का दायरा और समयसीमा
पहले चरण में 26 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर 20 स्टेशन प्रस्तावित थे, जो बीजू पटनायक एयरपोर्ट से भुवनेश्वर और कटक के विभिन्न हिस्सों को जोड़ेंगे। अब कटक शहर के आंतरिक हिस्सों तक विस्तार से लागत और दूरी दोनों बढ़ेंगी। प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 6,256 करोड़ रुपये है और इसे पूरी तरह राज्य सरकार द्वारा वित्तपोषित किया जा रहा है। पहले चरण को दिसंबर 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है। शुरुआत में तीन कोच वाली 13 ट्रेनें रोजाना चलेंगी और करीब 95,000 यात्रियों के उपयोग की संभावना है। मेट्रो स्टेशन और कोच की डिज़ाइन में ओडिशा की सांस्कृतिक पहचान को दर्शाया जाएगा।
उच्चस्तरीय समिति गठित
मार्च 2025 में राज्य सरकार ने एक उच्चस्तरीय समिति गठित की है जो प्रोजेक्ट की निगरानी, आर्थिक मूल्यांकन और संचालन के लिए अन्य शहरों के मेट्रो मॉडल से सीख ले रही है।
दोहरे स्तर का इंफ्रास्ट्रक्चर प्लान
जयदेव विहार से नंदनकानन के बीच एक नागपुर-शैली की दो-स्तरीय एलिवेटेड कॉरिडोर भी योजना में है। इसमें एक लेवल वाहन यातायात के लिए और दूसरा मेट्रो के लिए होगा। जल्द ही कैबिनेट से मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
शहरों के बीच तेज और हरित कनेक्टिविटी
मेट्रो शुरू होने के बाद त्रिसुलिया से एयरपोर्ट की यात्रा केवल 45 मिनट में और भुवनेश्वर-कटक के बीच की यात्रा सिर्फ 30 मिनट में पूरी होगी। यह प्रोजेक्ट दो शहरों को जोड़ने के साथ ट्रैफिक कम करेगा और पर्यावरण के अनुकूल शहरी परिवहन को बढ़ावा देगा।