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मुस्लिम प्रतिनिधियों से मुलाकात कर दिया कार्रवाई का आश्वासन
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कहा-जो जरूरी होगा, किया जाएगा
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नवीन निवास में हुआ प्रदर्शन, पंडियन हटाओ, बीजद बचाओ के लगे नारे
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पार्टी के भीतर भी उठने लगी आवाजें
भुवनेश्वर। वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर बीजू जनता दल (बीजद) में मचे बवाल के बीच पार्टी अध्यक्ष नवीन पटनायक अब डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। सोमवार को उन्होंने मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और पूरे मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने विधेयक पर बीजद के बदले रुख को लेकर गहरी नाराज़गी जताई और इसे अल्पसंख्यक समुदाय के साथ विश्वासघात बताया।
राज्यसभा सांसद मुन्ना खान की अगुवाई में पहुंचे मुस्लिम प्रतिनिधियों ने कहा कि बीजद ने पार्टी बैठक में विधेयक का विरोध करने का निर्णय लिया था, लेकिन संसद में कुछ सांसदों ने समर्थन दिया, कुछ अनुपस्थित रहे और कुछ ने विरोध किया। प्रतिनिधियों ने भावुक होकर नवीन से कहा कि आप हमारे अभिभावक हैं। अगर आप न्याय नहीं दिलाएंगे, तो हम कहां जाएंगे?
अल्पसंख्यकों के साथ खड़ी रही है बीजद
इस पर नवीन पटनायक ने स्पष्ट किया कि बीजद एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है और अल्पसंख्यकों के साथ खड़ी रही है। उन्होंने कहा कि जो जरूरी होगा, किया जाएगा। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि बीजद ने कंधमाल दंगों के बाद भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया था।
पंडियन पर भड़का गुस्सा, पार्टी में भी उबाल
मुलाकात के दौरान पंडियन हटाओ, बीजद बचाओ और पंडियन गो बैक जैसे नारे लगे, जिससे यह संकेत मिला कि पार्टी में वीके पंडियन को लेकर असंतोष गहराता जा रहा है। बीजद सांसद देवाशीष सामंतराय, जिन्होंने राज्यसभा में वोटिंग से दूरी बनाई थी, ने सार्वजनिक रूप से कहा कि पार्टी की इस स्थिति के लिए मुख्य सलाहकार जिम्मेदार हैं और भाजपा से गुप्त समझौते की अटकलें भी लगाई जा रही हैं।
वरिष्ठ नेता प्रताप जेना और प्रफुल्ल समल ने भी नवीन पटनायक को पत्र लिखकर संपूर्ण मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और इसे पार्टी की विचारधारा के खिलाफ बताया है।
वक्फ बिल पर बदले रुख से उपजा विवाद अब बीजद के लिए चुनौती बनता जा रहा है। पार्टी के अंदर और बाहर दोनों जगह असंतोष की लहर है और अब सबकी निगाहें नवीन पटनायक के अगले कदम पर टिकी हैं।
पात्र को निलंबित करने की भी मांग
बीजद के वरिष्ठ सांसद मुन्ना खान ने सार्वजनिक रूप से पार्टी के ही सांसद सस्मित पात्र की आलोचना की। मुन्ना खान का आरोप था कि पार्टी की वक्फ बिल के खिलाफ खड़ी रहने की स्पष्ट नीति के बावजूद पात्र ने सोशल मीडिया पर ऐसे बयान दिए जिससे भ्रम की स्थिति बनी। खान ने कहा कि मेरे नेता नवीन पटनायक ने मुझे आखिरी वक्त तक वक्फ बिल का विरोध करने को कहा था। आज हम नवीन पटनायक से मिले और उन्हें अपनी चिंता जाहिर की, साथ ही पात्र को निलंबित करने की भी मांग की। उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि उचित जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
प्रफुल्ल घड़ेई ने रणनीति पर सवाल उठाया
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर बीजू जनता दल (बीजद) में मचे घमासान के बीच वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल घड़ेई ने पार्टी की बदली हुई रणनीति पर सवाल उठाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कुछ ने बिल के पक्ष में मतदान किया, कुछ ने विरोध किया और कुछ अनुपस्थित रहे। यह बदलाव किसने और क्यों किया, इसका जवाब ओडिशा की जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं को मिलना चाहिए। उन्होंने चेताया कि विचारधारा से भटकना न सिर्फ पार्टी को कमजोर करता है बल्कि जनता का भरोसा भी डगमगाता है।