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पहले हरे रंग में रंगी प्रतिमा को सुनहरे पीले रंग में रंगा
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कटक नगर निगम ने जताई अनभिज्ञता
कटक। कटक के महानदी विहार स्थित मंगला मंदिर चौक के पास लगी बीजू पटनायक की प्रतिमा का रंग बदल जाने से विवाद खड़ा हो गया है। पहले हरे रंग में रंगी इस प्रतिमा को अब सुनहरे पीले रंग में रंग दिया गया है। हैरानी की बात यह है कि इस बदलाव को लेकर न तो कटक नगर निगम (सीएमसी) को कोई जानकारी है और न ही यह स्पष्ट है कि आखिर प्रतिमा का रंग किसने और क्यों बदला।
प्रतिमा का अनधिकृत रूप से रंग बदले जाने को लेकर सीएमसी ने मीडिया को दिए गए बयान में स्पष्ट किया है कि उन्हें इस संबंध में कोई सूचना नहीं है। वर्ष 2018 में अनावरण की गई इस प्रतिमा का अचानक रंग बदलने से जनता के बीच जिज्ञासा और बहस का माहौल बन गया है।
विधानसभा में उठा मुद्दा
इस घटना को लेकर ओडिशा विधानसभा में भी मुद्दा गरमाया। बांकी विधायक देवी रंजन त्रिपाठी ने इस बदलाव के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि, भाजपा ने अब तक इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
किसने बदला प्रतिमा का रंग?
प्रतिमा के रंग बदलने की घटना ने राजनीतिक हलकों और स्थानीय निवासियों के बीच चर्चा को जन्म दे दिया है। लोग इस अनधिकृत बदलाव को लेकर जवाब मांग रहे हैं।
पहले भी हुई थी प्रतिमा से छेड़छाड़
गौरतलब है कि पिछले महीने ही कुछ अज्ञात असामाजिक तत्वों ने कटक के उमर गांव में स्थित बीजू पटनायक की प्रतिमा को तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया था।
राजनीतिक टकराव हुआ तेज
यह घटना तब और ज्यादा तूल पकड़ गई जब मुख्यमंत्री मोहन माझी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने पंचायत राज दिवस समारोह से बीजू बाबू की जयंती को अलग करने की घोषणा की थी। इस निर्णय के कुछ घंटों बाद ही प्रतिमा तोड़फोड़ की घटना सामने आई थी, जिससे राज्य में राजनीतिक संघर्ष और अधिक तीव्र हो गया था।