भुवनेश्वर। ओडिशा की हस्तशिल्प और हथकरघा परंपरा इसकी आत्मा है। इसे आगे बढ़ाना हमारा नैतिक कर्तव्य है, यह कहना है सहकारिता, हथकरघा, वस्त्र एवं हस्तशिल्प मंत्री प्रदीप बाला सामंत का। उन्होंने सातवें कलाभूमि उत्सव के समापन समारोह में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ओडिशा की समृद्ध हस्तशिल्प और हथकरघा परंपरा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
आयुक्त-सह-सचिव गुहा पूनम तापस कुमार ने शिल्पकारों और बुनकरों के कल्याण के लिए विभाग द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों की जानकारी दी। वस्त्र एवं हथकरघा निदेशक प्रेम चंद्र चौधरी ने कहा कि कलाभूमि राज्य की समृद्ध हस्तशिल्प और हथकरघा परंपरा का प्रतीक है। कार्यक्रम में विशेष सचिव मधुमिता रथ ने स्वागत भाषण दिया, जबकि हस्तशिल्प निदेशक और बॉयनिका की प्रबंध निदेशक प्रणति छोटराय ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। ओडिशा क्राफ्ट्स म्यूजियम “कलाभूमि” की स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में हथकरघा, वस्त्र एवं हस्तशिल्प विभाग द्वारा 22 से 26 मार्च तक पांच दिवसीय कलाभूमि उत्सव आयोजित किया गया।