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विरोध प्रदर्शन के दौरान लोअर पीएमजी बना रणक्षेत्र
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प्रदर्शनकारियों ने किया पुलिस पर पथराव, फेंकी कुर्सियां
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आंसू गैस दागे और वाटर कैनन का किया इस्तेमाल
भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा का घेराव करने निकले कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच गुरुवार को भुवनेश्वर का लोअर पीएमजी क्षेत्र रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। महिला सुरक्षा और बच्चों पर हो रहे अत्याचारों के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद हालात बेकाबू हो गए। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज, आंसू गैस और वाटर कैनन का सहारा लेना पड़ा।
विधानसभा के घेराव की कोशिश कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मार्च जैसे ही लोअर पीएमजी पहुंचा, वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर चुकी पुलिस से उनकी तीखी झड़प शुरू हो गई। बैरिकेडिंग को तोड़ने की कोशिश के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई, जिसके बाद स्थिति और बिगड़ गई।
पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव किया और पानी की बोतलें, अंडे, टमाटर और कुर्सियां फेंकी। जवाब में पुलिस ने पहले हल्का लाठीचार्ज किया, लेकिन जब भीड़ और उग्र हो गई तो आंसू गैस के गोले छोड़े गए और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया।
भुवनेश्वर में 80 प्लाटून पुलिस बल तैनात
कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए भुवनेश्वर को किले में तब्दील कर दिया गया। कमिश्नरेट पुलिस ने विधानसभा और आसपास के इलाकों में 80 प्लाटून पुलिस बल तैनात किया, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। इसके अलावा पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में भी निगरानी बढ़ा दी है।
कांग्रेस का आंदोलन जारी रखने का ऐलान
हालांकि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया, लेकिन कांग्रेस ने ऐलान किया है कि जब तक राज्य सरकार महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
कई घायल, कांग्रेस का सरकार पर हमला
इस झड़प में कई कांग्रेस कार्यकर्ता और पुलिसकर्मी घायल हो गए। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के कई नेता भी मौजूद थे, जिन्होंने सरकार पर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया। ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष भक्त चरण दास ने कहा कि यह सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ हमारी आवाज दबाने के लिए पुलिस बल का दुरुपयोग किया जा रहा है।
सभी 14 विधायकों के निलंबन से गुस्से में कांग्रेस
इससे पहले बुधवार को विधानसभा में लगातार हंगामे के चलते कांग्रेस के सभी 14 विधायकों को एक हफ्ते के लिए निलंबित कर दिया गया था। निलंबन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा और बढ़ गया और उन्होंने सड़क पर उतरकर विरोध तेज कर दिया।
भाजपा ने लगाया गुंडागर्दी का आरोप
सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस के प्रदर्शन को ‘गुंडागर्दी’ करार दिया। कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि कांग्रेस के विधायक और कार्यकर्ता लोकतंत्र के नाम पर हंगामा कर रहे हैं। सदन में नगाड़े, झांझ और गोंग बजाकर कार्यवाही बाधित की जा रही है। विपक्ष को अपने दायरे में रहकर विरोध करना चाहिए, न कि सड़क पर अराजकता फैलानी चाहिए।