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महिलाओं पर अत्याचार को लेकर विरोध
भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा में गुरुवार को विपक्षी बीजेडी और कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी।
विधानसभा की कार्यवाही की शुरुआत पूर्व बीजेडी विधायक देबराज सेठ के निधन पर शोक प्रस्ताव के साथ हुई। डिप्टी सीएम प्रवती प्रविदा ने मौन रखवाने का प्रस्ताव रखा, जिसका नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक और कांग्रेस ने समर्थन किया। हालांकि, प्रश्नकाल शुरू होते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया।
कांग्रेस के सदस्यों ने सदन में ञमकर शोर-शराबा किया। स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग के संबोधन के दौरान कई कांग्रेस विधायक अपनी सीटों से उठकर नारेबाजी करने लगे।
कांग्रेस सदस्यों ने काली पट्टी बांधकर पार्टी नेता ताराप्रसाद वाहिनीपति के निलंबन के विरोध में प्रदर्शन किया और महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों पर सरकार से जवाब मांगा।
लगातार हंगामे के कारण पहले सदन को दोपहर 12 बजे तक और फिर 12:30 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।