-
राशन कार्ड और आय विसंगति बनी वजह
-
ओडिशा सरकार ने उम्र पात्रता पर दी जानकारी
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार की लोकप्रिय सुभद्रा योजना के तहत दूसरी किस्त पाने से 1 लाख से अधिक महिलाएं वंचित रह गई हैं। उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने बुधवार को जानकारी दी कि इन महिलाओं के राशन कार्ड विवरण और घोषित आय में असंगति पाई गई, जिसके कारण वे योजना से बाहर हो गईं।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, ये महिलाएं पहली किस्त प्राप्त कर चुकी थीं, लेकिन बाद में उनकी आय पात्रता सीमा से अधिक होने के कारण वे अयोग्य पाई गईं। कई महिलाओं ने अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार होने के बाद राशन कार्ड लौटा दिए। वहीं, कुछ मामलों में महिलाओं ने वाहन खरीदे या मंडियों में अपेक्षा से अधिक धान बिक्री की, जिससे वे योजना के लाभ से वंचित हो गईं।
31 मार्च के बाद घर-घर सर्वे करेगी सरकार
इस समस्या के समाधान के लिए उपमुख्यमंत्री परिडा ने घोषणा की कि 31 मार्च के बाद एक विस्तृत सर्वेक्षण किया जाएगा। इस सर्वेक्षण में लाभार्थियों की आय और दस्तावेजों की जांच होगी, ताकि केवल पात्र महिलाओं को ही योजना का लाभ मिल सके।
राखी पूर्णिमा तक मिलेगी राहत
सरकार ने भरोसा दिया है कि जिन पात्र महिलाओं को दस्तावेजों में विसंगति के कारण दूसरी किस्त नहीं मिली है, उन्हें राखी पूर्णिमा (रक्षा बंधन) तक राहत दी जाएगी। इसके अलावा, 31 मार्च तक 21 वर्ष की उम्र पूरी करने वाली महिलाएं भी इस योजना के तहत आवेदन कर सकेंगी।
सुभद्रा योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की प्रमुख पहल है। सरकार की नई योजनाएं पात्र लाभार्थियों को न्याय दिलाने और योजना का सही क्रियान्वयन सुनिश्चित करने की दिशा में कदम हैं।