-
श्रमिकों के कार्य समय में होगा बदलाव
-
निजी क्षेत्रों के श्रमिकों के लिए दिन के 11 बजे से 3 बजे तक काम बंद रखने के आदेश
-
राज्य में गर्मी के प्रकोप से निपटने के लिए मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक
-
मुख्यमंत्री ने स्कूलों को जल्दी खोलने के निर्देश दिए, एसओपी जारी करने की बात की
-
कहा- गर्मी के दौरान बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए
भुवनेश्वर। राज्य सरकार ने भीषण गर्मी को देखते हुए श्रमिकों के कार्य समय में बदलाव करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने घोषणा की है कि सरकारी और निजी क्षेत्रों के श्रमिकों के लिए दिन के 11 बजे से 3 बजे तक काम बंद रखने के आदेश जारी किए जाएंगे, ताकि अत्यधिक गर्मी से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को कम किया जा सके।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बिजली आपूर्ति को लेकर भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि गर्मी के दौरान बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए, विशेष रूप से दिन के 11 बजे से 5 बजे और रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक। इसके लिए बिजली विभाग को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
जीरो कैजुअल्टी का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों से अपील की कि वे “जीरो कैजुअल्टी” का लक्ष्य रखते हुए पूरी तत्परता से काम करें। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य इस गर्मी में किसी भी अप्रिय घटना को रोकना है और इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने लोकसेवा भवन में राज्य में गर्मी के मौसम से निपटने के लिए की गई तैयारियों की मंगलवार देर शाम को समीक्षा की। बैठक में सभी जिलों के कलेक्टर और विभिन्न विभागों के सचिव स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।
इस वर्ष गर्मी का प्रकोप अधिक
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में इस वर्ष गर्मी का प्रकोप अधिक है और कुछ जिलों में तापमान पहले से ही उच्च है। हालांकि, जलापूर्ति विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार अगले कुछ दिनों में तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है, लेकिन हमें सतर्कता बनाए रखनी होगी। राज्य सरकार की ओर से पहले ही एसओपी जारी किया गया है और जिलों को इसे लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
बचाव के लिए छांव और पानी सबसे अहम
मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि गर्मी के प्रकोप से बचाव के लिए छांव और पानी सबसे अहम हैं। उन्होंने शहरों में ट्रैफिक सर्कल और ग्रामीण इलाकों में बस स्टॉप पर तंबू और जलछत्र लगाने के निर्देश दिए।
नल कूप स्थापित और मरम्मत करने को निर्देश
राज्य में पानी की आपूर्ति की स्थिति पर भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों में पानी की कमी हो रही है, वहां जल्द से जल्द नल कूप स्थापित किए जाएं और उनकी मरम्मत की जाए।
बैठक में राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री श्री सुरेश पूजारी, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री देओ रंजन कुमार सिंह, गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती अनु गर्ग, और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक के अंत में सभी अधिकारियों ने गर्मी के मौसम में होने वाली समस्याओं का समाधान करने के लिए अपने-अपने विभागों के तैयारियों की जानकारी दी।