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देश में सबसे अधिक तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज
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कई अन्य स्थानों पर भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच
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छह जिलों में हीटवेव अलर्ट, दो दिन बरपेगा कहर
भुवनेश्वर। ओडिशा भीषण गर्मी से जूझ रहा है। पश्चिमी ओडिशा भीषण गर्मी की चपेट में है, जहां बौध ने रविवार को देश में सबसे अधिक तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। लगातार दूसरे दिन बौध देश का सबसे गर्म स्थान बना हुआ है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, राज्य के कई अन्य स्थानों पर भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। इनमें झारसुगुड़ा (42 डिग्री सेल्सियस), बलांगीर (41.7 डिग्री सेल्सियस), अनुगूल (41.1 डिग्री सेल्सियस), टिटिलागढ़ (40.5 डिग्री सेल्सियस), सुंदरगढ़ (40.3 डिग्री सेल्सियस) और भवानीपाटना (40.2 डिग्री सेल्सियस) शामिल हैं।
मौसम विभाग ने ओडिशा के छह जिलों में अगले दो दिनों के लिए हीटवेव अलर्ट जारी किया है। प्रभावित जिलों में झारसुगुड़ा, बौध, बलांगीर, सुंदरगढ़, अनुगूल और कलाहांडी शामिल हैं।
आईएमडी ने 18 और 19 मार्च के लिए विशेष चेतावनियां जारी की हैं, जिनमें ऑरेंज और येलो अलर्ट शामिल हैं। 18 मार्च को झारसुगुड़ा और बौध जिलों में हीटवेव की स्थिति बनी रहने की संभावना जताई गई है, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, बलांगीर, सुंदरगढ़, अंगुल और कालाहांडी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
19 मार्च को भी बौध में हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसी दिन बलांगीर और झारसुगुड़ा जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने प्रभावित जिलों के निवासियों को गर्मी से बचने के लिए एहतियात बरतने की सलाह दी है। लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी पीने, दोपहर के समय बाहर जाने से बचने और हल्के, सूती कपड़े पहनने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, बुजुर्गों और बच्चों को विशेष रूप से गर्मी से बचाने के निर्देश दिए गए हैं।
आईएमडी ने भद्रक, बालेश्वर, मयूरभंज, केंदुझर और सुंदरगढ़ जिलों में बिजली चमकने और तेज हवाओं के साथ आंधी-तूफान की संभावना भी जताई है।
राज्य में बढ़ती गर्मी को देखते हुए प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और आवश्यक एहतियात बरतने की अपील की है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, राज्य के कई अन्य स्थानों पर भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। इनमें झारसुगुड़ा (42 डिग्री सेल्सियस), बलांगीर (41.7 डिग्री सेल्सियस), अनुगूल (41.1 डिग्री सेल्सियस), टिटिलागढ़ (40.5 डिग्री सेल्सियस), सुंदरगढ़ (40.3 डिग्री सेल्सियस) और भवानीपाटना (40.2 डिग्री सेल्सियस) शामिल हैं।
मौसम विभाग ने ओडिशा के छह जिलों में अगले दो दिनों के लिए हीटवेव अलर्ट जारी किया है। प्रभावित जिलों में झारसुगुड़ा, बौध, बलांगीर, सुंदरगढ़, अनुगूल और कलाहांडी शामिल हैं।
आईएमडी ने 18 और 19 मार्च के लिए विशेष चेतावनियां जारी की हैं, जिनमें ऑरेंज और येलो अलर्ट शामिल हैं। 18 मार्च को झारसुगुड़ा और बौध जिलों में हीटवेव की स्थिति बनी रहने की संभावना जताई गई है, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, बलांगीर, सुंदरगढ़, अंगुल और कालाहांडी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
19 मार्च को भी बौध में हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसी दिन बलांगीर और झारसुगुड़ा जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने प्रभावित जिलों के निवासियों को गर्मी से बचने के लिए एहतियात बरतने की सलाह दी है। लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी पीने, दोपहर के समय बाहर जाने से बचने और हल्के, सूती कपड़े पहनने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, बुजुर्गों और बच्चों को विशेष रूप से गर्मी से बचाने के निर्देश दिए गए हैं।
आईएमडी ने भद्रक, बालेश्वर, मयूरभंज, केंदुझर और सुंदरगढ़ जिलों में बिजली चमकने और तेज हवाओं के साथ आंधी-तूफान की संभावना भी जताई है।
राज्य में बढ़ती गर्मी को देखते हुए प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और आवश्यक एहतियात बरतने की अपील की है।
ओडिशा में 20 मार्च से कालबैसाखी लाएगी बारिश
ओडिशा में भीषण गर्मी से राहत मिलने की संभावना है, क्योंकि 20 से 26 मार्च के बीच कालबैसाखी के प्रभाव से बारिश और आंधी-तूफान की संभावना जताई गई है। इस दौरान कई जिलों में गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है और तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज हो सकती है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि चक्रवाती परिसंचरण और ट्रैप लाइन के प्रभाव से यह मौसमी प्री-मानसून गतिविधि तेज होगी। कालबैसाखी के कारण तेज आंधी और बारिश होने की संभावना है, जिससे राज्य में लू की स्थिति में कमी आ सकती है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि चक्रवाती परिसंचरण और ट्रैप लाइन के प्रभाव से यह मौसमी प्री-मानसून गतिविधि तेज होगी। कालबैसाखी के कारण तेज आंधी और बारिश होने की संभावना है, जिससे राज्य में लू की स्थिति में कमी आ सकती है।