-
जय नारायण मिश्र ने दिया विवादित और बड़ा बयान
भुवनेश्वर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता जय नारायण मिश्र ने ओडिशा के गठन को लेकर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कोशल क्षेत्र के विलय को ऐतिहासिक भूल करार दिया है, जिससे राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है।
संबलपुर में ‘सुभद्रा योजना’ की दूसरी किस्त वितरण कार्यक्रम के दौरान मिश्र ने कहा कि उत्कल, कोशल और कलिंग के विलय से ओडिशा बना, लेकिन कोशल और कलिंग की लगातार उपेक्षा की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्कल क्षेत्र (कटक, पुरी और बालेश्वर) को ही विशेष मान्यता मिली, जबकि कोशल और कलिंग को ठगा गया।
“बंदे उत्कल जननी” पर आपत्ति
मिश्र का विवादास्पद बयान ओडिशा के राज्य गीत “बंदे उत्कल जननी” के गान के दौरान आया। उन्होंने कहा कि संबलपुर के लोगों को याद रखना चाहिए कि ओडिशा उत्कल, कोशल और कलिंग के विलय से बना, लेकिन हर बार सिर्फ उत्कल को सम्मान दिया गया और कोशल व कलिंग को भुला दिया गया।
“हमारे साथ अन्याय हुआ है!”
भाजपा नेता ने स्पष्ट आरोप लगाए कि कोशल और संबलपुर क्षेत्र के लोगों के साथ ऐतिहासिक अन्याय हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारे संसाधनों का दोहन किया गया। खनन, कृषि, जंगल और सेवाओं में हमें लगातार लूटा गया। हमारी सांस्कृतिक पहचान को मिटाने की कोशिश की गई। कोशल का ओडिशा में विलय एक ऐतिहासिक गलती थी!
पार्टी में हाशिए पर?
यह पहली बार नहीं है जब जय नारायण मिश्र ने विवादित बयान दिया हो। हाल ही में उन्होंने खुद को पार्टी में दरकिनार किए जाने की शिकायत कर नया विवाद खड़ा कर दिया था।
राजनीतिक गलियारों में उबाल
मिश्र के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में उबाल ला दिया है। क्या भाजपा उनके इस बयान से किनारा करेगी या यह मुद्दा नया भूचाल खड़ा करेगा? ओडिशा की राजनीति में हलचल तेज हो गई है!