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उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे पूर्व मंत्री अनंत दास
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भोगराई से रहे हैं चार बार विधायक
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार के पूर्व मंत्री और भोगराई से चार बार विधायक रहे तथा आधुनिक भोगराई के शिल्पकार अनंत दास का रविवार तड़के 3:30 बजे भुवनेश्वर स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वे 85 वर्ष के थे और लंबे समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। हाल ही में उन्हें एक निजी अस्पताल से छुट्टी मिली थी।
अनंत दास ने 2004 से 2019 तक भोगराई विधानसभा सीट से लगातार चार बार जीत दर्ज की। वर्ष 2019 के चुनाव में उन्होंने 76,796 मतों से जीत हासिल की थी। वे उद्योग मंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री और मुख्य सचेतक के रूप में महत्वपूर्ण पदों पर रहे। उन्हें आधुनिक भोगराई का शिल्पकार कहा जाता था, क्योंकि उन्होंने ग्रामीण बुनियादी ढांचे और कृषि कल्याण को मजबूत करने के लिए चासी सुरक्षा परिषद जैसी योजनाओं को लागू किया।
28 अगस्त 1940 को बालेश्वर जिले के कुरुठिया गांव में जन्मे, अनंत दास ने एमए, एलएलबी की पढ़ाई की और ओडिशा प्रशासनिक सेवा (ओएएस) में शामिल हुए। वे भद्रक में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) के रूप में सेवा देने के बाद राजनीति में आए। भोगराई विकास परिषद की स्थापना कर उन्होंने स्थानीय विकास को गति दी।
अनंत दास ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से की, लेकिन 2004 में बीजद में शामिल हुए। वे न केवल मंत्री पदों की जिम्मेदारी निभाते रहे, बल्कि भोगराई के विकास में भी समर्पित रहे। खासकर चक्रवात प्रभावित ओडिशा में किसान सहायता और आपदा प्रबंधन पर उनका विशेष ध्यान रहा। अनंत दास का निधन ओडिशा की राजनीति और भोगराई क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है।