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‘सुभद्रा योजना’ के 1 करोड़ लाभार्थियों के सम्मान में 7 मार्च मनेगा अनूठा उत्सव
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‘एक सुभद्रा, एक दिया’ की पहल
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ‘सुभद्रा योजना’ के 1 करोड़ लाभार्थियों के सम्मान में 7 मार्च की शाम को विशाल दीपोत्सव का आयोजन करने जा रही है। इस अनूठे कार्यक्रम के तहत, पूरे राज्य में 1 करोड़ दीयों का प्रज्ज्वलन किया जाएगा, जो महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता के प्रतीक के रूप में जलेंगे।
उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने सभी सुभद्रा योजना लाभार्थियों से अपील की है कि वे इस अवसर पर एक दीप जलाकर अपनी उपलब्धि का उत्सव मनाएं। उन्होंने कहा कि सुभद्रा योजना केवल आर्थिक सहयोग तक सीमित नहीं है, यह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है। हर लाभार्थी महिला जब एक दीप जलाएगी, तो वह यह संदेश देगी कि ओडिशा की महिलाएं सशक्त हो रही हैं।
आयोजन की मुख्य बातें:
1 करोड़ से अधिक दीपों का प्रज्ज्वलन – पूरे ओडिशा में प्रत्येक लाभार्थी द्वारा दीप जलाए जाएंगे।
घर-घर में दीपोत्सव – हर परिवार को अपने घर में मौजूद सुभद्रा लाभार्थियों की संख्या के अनुसार दीये जलाने का आग्रह किया गया है।
सामुदायिक उत्सव – गांवों, कस्बों और शहरों में सामूहिक रूप से भी दीप जलाने की योजनाएं बनाई जा रही हैं।
ओडिशा के हर कोने में दिखेगा प्रकाश पर्व
यह पहल न केवल एक सांकेतिक उत्सव होगी, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण का संदेश पूरे राज्य में फैलाएगी। विभिन्न जिलों के प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि यह आयोजन सफलतापूर्वक हो और इसे जनभागीदारी से ऐतिहासिक बनाया जाए।
‘सुभद्रा योजना’ के अंतर्गत बड़ा लक्ष्य
‘सुभद्रा योजना’ के तहत ओडिशा सरकार ने 1 करोड़ महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान की है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और उनके परिवारों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है।
दीप जलाने की अपील क्यों?
महिलाओं को उनकी आर्थिक स्वतंत्रता का एहसास कराना।
समाज में महिलाओं के योगदान को सम्मान देने की परंपरा शुरू करना।
पूरे राज्य में सामूहिक भागीदारी से एकता और सशक्तिकरण का संदेश फैलाना।
‘लखपति दीदी’ योजना भी होगी लागू
इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री ने ‘लखपति दीदी’ पहल की भी घोषणा की है। इस योजना के तहत, सरकार का लक्ष्य है कि हर गांव में कम से कम 5 महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बनें, जो अपनी स्वरोजगार, उद्यमिता और वित्तीय सशक्तिकरण के माध्यम से आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनेंगी।
7 मार्च की शाम बनेगी ऐतिहासिक
उन्होंने कहा कि 7 मार्च की शाम को जब ओडिशा के हर घर, गांव, कस्बे और शहर में 1 करोड़ दीये जलेंगे, तो यह न केवल सुभद्रा योजना की सफलता का प्रतीक बनेगा, बल्कि यह राज्य में महिला सशक्तिकरण के एक नए युग की शुरुआत को भी दर्शाएगा।