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राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत प्राथमिक शिक्षा में होगा बड़ा बदलाव
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राज्य के सभी प्राथमिक विद्यालयों में 5-6 वर्ष के बच्चों को मिलेगी प्री-स्कूल की शिक्षा
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने राज्य में प्राथमिक शिक्षा को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 2 अप्रैल 2025 से ‘शिशु वाटिका’ कार्यक्रम शुरू करने का फैसला किया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत यह पहल प्रारंभिक बचपन शिक्षा को नया स्वरूप देगी और पांच वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को औपचारिक शिक्षा से जोड़ने में सहायक होगी।
शिक्षा मंत्री नित्यानंद गोंड ने सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा करते हुए कहा कि राज्य के सभी प्राथमिक विद्यालयों में ‘शिशु वाटिका’ शुरू की जाएगी, जहां 5-6 वर्ष के बच्चों को प्री-स्कूल शिक्षा दी जाएगी। साथ ही, सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से कक्षा-1 में प्रवेश के लिए बच्चे की न्यूनतम आयु 6+ वर्ष होनी चाहिए।
खड़ी छुअन और प्रवेश उत्सव का आयोजन
इस ऐतिहासिक पहल के तहत 2 अप्रैल को ‘खड़ी छुअन’ और प्रवेश उत्सव का आयोजन किया जाएगा, जिसमें माता-पिता, शिक्षक, निर्वाचित प्रतिनिधि और समाज के गणमान्य लोग शामिल होंगे। यह पारंपरिक ‘खड़ी छुअन’ उत्सव बच्चों के लिए औपचारिक शिक्षा की शुरुआत का प्रतीक होगा, जिसमें चाक दीक्षा की रस्म अदा की जाएगी। 3 से 5 अप्रैल 2025 तक स्कूल स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें केवल शिक्षक और छात्र शामिल होंगे। राज्य के विद्यालय व जनशिक्षा विभाग के सचिव तथा आयुक्त शालिनी पंडित ने जिला कलेक्टरों और मजिस्ट्रेटों को इस संबंधी अधिसूचना भेजी है।
मुख्यमंत्री आमंत्रण पत्र वितरित करेंगे
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी 17 से 19 मार्च तक शिशु वाटिका और कक्षा-1 में प्रवेश करने वाले बच्चों के परिवारों को आमंत्रण पत्र वितरित करेंगे। जिला प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय के क्षेत्र में प्रवेश लेने वाले बच्चों की सूची तैयार की जाए और उनकी संख्या के अनुसार निमंत्रण पत्र छपवाए जाएं।
राज्यभर के स्कूलों में उत्सव और जागरूकता अभियान
3 से 5 अप्रैल 2025 तक स्कूल स्तर पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें शिक्षक और छात्र भाग लेंगे। इसके अलावा, जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि 2 अप्रैल को एक चयनित स्कूल में और अन्य सभी विद्यालयों में प्रवेश उत्सव और खड़ी छुअन का आयोजन किया जाए। इस अवसर पर सरकारी अधिकारी, जनप्रतिनिधि और समाज के प्रतिष्ठित सदस्य विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
शिक्षा क्षेत्र में नई पहचान बनेगा ‘शिशु वाटिका’
ओडिशा सरकार की इस पहल से राज्य में प्री-प्राइमरी शिक्षा को नई दिशा मिलेगी और छोटे बच्चों को एक संगठित एवं पोषणयुक्त शिक्षा माहौल मिलेगा। यह पहल नई शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप ओडिशा में राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा को स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।