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अभ्यर्थियों ने सीबीआई जांच की मांग की
भुवनेश्वर। सरकारी भर्ती परीक्षाओं में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को लेकर स्टूडेंट्स अगेंस्ट करप्शन (एसएसी) संगठन ने ओडिशा लोक सेवा आयोग (ओपीएससी), कर्मचारी चयन आयोग (ओएसएससी) और अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग (ओएसएसएससी) की जांच के लिए सीबीआई जांच की मांग की है।
एआरआई, अमीन, फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा में धांधली का आरोप
एसएसी ने हाल ही में आयोजित एआरआई, अमीन और फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि 300 से अधिक उम्मीदवारों को अन्यायपूर्ण तरीके से अयोग्य घोषित कर दिया गया। संगठन के अनुसार, मेरिट लिस्ट से 377 नाम हटा दिए गए, जबकि कई अयोग्य उम्मीदवारों को धोखाधड़ी के जरिए नियुक्ति दिलाई गई। दावा है कि संशोधित मेरिट लिस्ट अभी तक जारी नहीं की गई, जिससे अभ्यर्थियों में भारी आक्रोश है। इस महीने चार बड़ी परीक्षाएं एक ही दिन आयोजित करने के कारण अभ्यर्थियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जो शासन तंत्र की लापरवाही को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री के बयान के बावजूद कोई उच्चस्तरीय जांच नहीं
एसएसी के प्रवक्ता विभूति भूषण महापात्र ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने विधानसभा में भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार की बात स्वीकार की थी, लेकिन अब तक कोई उच्चस्तरीय जांच नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री से तत्काल प्रतिक्रिया की मांग करते हैं। सरकार को या तो सीबीआई जांच करानी चाहिए या फिर किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश के नेतृत्व में स्वतंत्र जांच करानी चाहिए।
हालांकि अभ्यर्थियों की इस मांग पर सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।