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ओडिशा सरकार ने की अनुग्रह राशि की घोषणा
भुवनेश्वर। ओडिशा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (ओएसएससी) की शारीरिक परीक्षा के दौरान मंगलवार को दो अभ्यर्थियों की मृत्यु हो गई। ये घटनाएं अलग-अलग स्थानों पर हुईं।
मृतकों की पहचान राउरकेला निवासी प्रवीण कुमार पंडा और केंदुझर के ब्योमकेश नायक के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार, प्रवीण कुमार पंडा की मृत्यु सुंदरगढ़ में 25 किमी की दौड़ के दौरान हो गई, जो ओएसएससी के तहत फॉरेस्ट गार्ड, फॉरेस्टर और लाइवस्टॉक इंस्पेक्टर भर्ती की शारीरिक परीक्षा का हिस्सा थी।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की।
ओडिशा सरकार ने मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। यह सहायता राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इसकी पुष्टि की है।
ओएसएससी भर्ती प्रक्रिया और कठोर शारीरिक परीक्षा
यह घटना ओएसएससी द्वारा 569 पदों की भर्ती के लिए आयोजित फेज-III की शारीरिक परीक्षा के दौरान हुई। इस भर्ती प्रक्रिया में 25 किमी दौड़, ऊंची कूद और वजन उठाने जैसी कठिन परीक्षाएं शामिल हैं, जिन्हें कई लोगों ने अत्यधिक कठिन और असुरक्षित बताया है।
सुरक्षा उपायों पर सवाल और सुधार की मांग
अभ्यर्थियों की मौत ने शारीरिक दक्षता परीक्षण के दौरान सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने परीक्षा प्रक्रिया की समीक्षा की मांग की है। वे चाहते हैं कि इन परीक्षाओं से पहले अनिवार्य चिकित्सकीय जांच हो और परीक्षण स्थलों पर आपातकालीन चिकित्सा टीमें तैनात की जाएं।
गौरतलब है कि इससे पहले 2021 में भी पुलिस कांस्टेबल भर्ती के दौरान एक अभ्यर्थी की मौत हो गई थी, जबकि चार अन्य बीमार पड़ गए थे। इस तरह की घटनाएं बार-बार होने से सरकार पर परीक्षा प्रक्रिया को सुरक्षित और अभ्यर्थियों के अनुकूल बनाने का दबाव बढ़ गया है।