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भुवनेश्वर में सुभद्रा शक्ति मेला कुल 5 करोड़ रुपये का हुआ व्यापार
भुवनेश्वर। राजधानी स्थित जनता मैदान में आयोजित सुभद्रा शक्ति मेला रविवार को समाप्त हो गया। नौ दिनों तक चले इस मेले में मिशन शक्ति स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने शानदार कारोबार किया। ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने समापन समारोह में घोषणा की कि इस मेले ने 5 करोड़ रुपये का व्यापार किया और करीब 400 महिलाओं को लखपति दीदी बनने का अवसर मिला।
22 फरवरी से शुरू हुए इस मेले में 300 स्टॉल लगाए गए थे और 700 स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इसमें शामिल हुईं। मेले को देखने करीब 7 लाख लोग पहुंचे, जिससे स्थानीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा मिला। उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने मेले में अच्छा कारोबार करने वाली महिला उद्यमियों को सम्मानित किया। 620 महिलाओं को लखपति बनने का अवसर मिला, जिनमें से 400 महिलाओं ने 1 लाख रुपये या उससे अधिक की कमाई कर ली।
ओडिशा के अन्य जिलों में भी जारी है सुभद्रा शक्ति मेला
इस तरह के महिला-केंद्रित मेले अब पुरी, बलांगीर, केंदुझर, मालकानगिरि और संबलपुर में भी आयोजित किए जा रहे हैं। यह मेले महिलाओं को उद्यमिता अपनाने और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
सुभद्रा योजना ने पार किया 1 करोड़ पंजीकरण का आंकड़ा
समापन समारोह में उपमुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी सुभद्रा योजना में 1 करोड़ से अधिक महिलाओं ने पंजीकरण करा लिया है। इस योजना के तहत महिलाओं को 5 वर्षों में कुल 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है, जिसमें हर साल 10,000 रुपये दो किश्तों में दिए जाते हैं। यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के विकसित भारत मिशन के व्यापक लक्ष्य से जुड़ी हुई है।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ी पहल
सुभद्रा शक्ति मेला ने साबित कर दिया है कि महिलाओं की आर्थिक भागीदारी को बढ़ावा देने से आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सकता है। ओडिशा सरकार की यह पहल राज्य की महिलाओं को उद्यमिता और आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित कर रही है।