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योजना में महिलाओं को दी जायेगी प्राथमिकता
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार 50 आदिवासी छात्रों, विशेष रूप से महिलाओं, को पायलट प्रशिक्षण की तैयारी कराएगी, ताकि वे इस क्षेत्र में पेशेवर कोर्स के लिए योग्य बन सकें। यह जानकारी एक अधिकारी ने रविवार को दी।
वाणिज्य एवं परिवहन विभाग ने हाल ही में एक निजी एजेंसी को प्रशिक्षण देने के लिए निविदा जारी की है। इस एजेंसी के माध्यम से पहले 300 आदिवासी छात्रों का चयन किया जाएगा, जिनमें से 50 को विशेष स्क्रीनिंग के बाद अंतिम रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा।
भुवनेश्वर में 8 हफ्ते का प्रशिक्षण
इन 50 छात्रों को, जिनमें अधिकांश महिलाएं होंगी, भुवनेश्वर में आठ सप्ताह तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह कोचिंग एयरलाइन कैडेट पायलट असेसमेंट की तैयारी कराने के साथ-साथ नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा निर्धारित मूलभूत पाठ्यक्रम और फ्लाइंग ट्रेनिंग को समझने में मदद करेगी।
प्रशिक्षण में शामिल विषय
अंग्रेजी दक्षता और संचार कौशल
व्यक्तित्व विकास और आत्म-सुधार
बेसिक एविएशन नॉलेज और ह्यूमन परफॉर्मेंस
साइकोमेट्रिक टेस्ट, ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू की तैयारी
पोर्टेबल सिम्युलेटर ट्रेनिंग (हाथ-आंख-फुट कोऑर्डिनेशन और स्पेशियल ओरिएंटेशन)
प्रशिक्षण का स्वरूप
सप्ताह में पांच दिन, रोज़ छह घंटे का प्रशिक्षण
स्व-अध्ययन, कंप्यूटर आधारित टेस्ट और मॉक परीक्षा
प्रत्येक मॉड्यूल के बाद मूल्यांकन और कमजोर छात्रों के लिए विशेष प्रशिक्षण
निजी एयरलाइंस करेंगी अंतिम चयन
प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, इन 50 छात्रों का चयन निजी एयरलाइंस जैसे एयर इंडिया और इंडिगो द्वारा किया जाएगा। इन कंपनियों की अंतिम परीक्षा में 10 छात्रों को पायलट की तकनीकी ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे वे पेशेवर पायलट बन सकें।
यह पहल आदिवासी युवाओं के लिए एक ऐतिहासिक अवसर साबित होगी, जो उन्हें एविएशन सेक्टर में करियर बनाने का मंच प्रदान करेगी।
वाणिज्य एवं परिवहन विभाग ने हाल ही में एक निजी एजेंसी को प्रशिक्षण देने के लिए निविदा जारी की है। इस एजेंसी के माध्यम से पहले 300 आदिवासी छात्रों का चयन किया जाएगा, जिनमें से 50 को विशेष स्क्रीनिंग के बाद अंतिम रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा।
भुवनेश्वर में 8 हफ्ते का प्रशिक्षण
इन 50 छात्रों को, जिनमें अधिकांश महिलाएं होंगी, भुवनेश्वर में आठ सप्ताह तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह कोचिंग एयरलाइन कैडेट पायलट असेसमेंट की तैयारी कराने के साथ-साथ नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा निर्धारित मूलभूत पाठ्यक्रम और फ्लाइंग ट्रेनिंग को समझने में मदद करेगी।
प्रशिक्षण में शामिल विषय
अंग्रेजी दक्षता और संचार कौशल
व्यक्तित्व विकास और आत्म-सुधार
बेसिक एविएशन नॉलेज और ह्यूमन परफॉर्मेंस
साइकोमेट्रिक टेस्ट, ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू की तैयारी
पोर्टेबल सिम्युलेटर ट्रेनिंग (हाथ-आंख-फुट कोऑर्डिनेशन और स्पेशियल ओरिएंटेशन)
प्रशिक्षण का स्वरूप
सप्ताह में पांच दिन, रोज़ छह घंटे का प्रशिक्षण
स्व-अध्ययन, कंप्यूटर आधारित टेस्ट और मॉक परीक्षा
प्रत्येक मॉड्यूल के बाद मूल्यांकन और कमजोर छात्रों के लिए विशेष प्रशिक्षण
निजी एयरलाइंस करेंगी अंतिम चयन
प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, इन 50 छात्रों का चयन निजी एयरलाइंस जैसे एयर इंडिया और इंडिगो द्वारा किया जाएगा। इन कंपनियों की अंतिम परीक्षा में 10 छात्रों को पायलट की तकनीकी ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे वे पेशेवर पायलट बन सकें।
यह पहल आदिवासी युवाओं के लिए एक ऐतिहासिक अवसर साबित होगी, जो उन्हें एविएशन सेक्टर में करियर बनाने का मंच प्रदान करेगी।