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कोचों पर दुर्व्यवहार और शारीरिक प्रताड़ना के आरोप
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ओडिशा सरकार ने दिए जांच के आदेश
भुवनेश्वर। कलिंग स्टेडियम तैराकी उच्च प्रदर्शन केंद्र के प्रशिक्षकों पर वहां के नाबालिग छात्र-छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाए हैं। इन प्रशिक्षकों पर शारीरिक प्रताड़ना, अभद्र भाषा का प्रयोग और खेल छात्रावास से निष्कासन की धमकी देने के आरोप लगे हैं।
तैराकी केंद्र में प्रशिक्षण ले रहे कई छात्रों ने एक निजी चैनल से बातचीत में बताया कि प्रशिक्षक बिना किसी कारण शारीरिक दंड देते हैं, गाली-गलौज करते हैं और खेल छात्रावास में रहने वालों की उपेक्षा करते हैं, जिससे उनकी प्रशिक्षण प्रक्रिया बाधित होती है।
एक छात्र ने आरोप लगाया कि जो कोई भी अच्छा प्रदर्शन करता है, उसे समूह से अलग कर दिया जाता है और फिर प्रशिक्षक व्यक्तिगत रूप से बुलाकर पिटाई करते हैं। छात्रावास के बच्चों से वे बेहद अपमानजनक भाषा में बात करते हैं। इस बार मैं खुद भी प्रताड़ना का शिकार हुआ हूं।
एक अन्य छात्र ने कहा कि जो तैराक अच्छा प्रदर्शन करता है, उसे बाहर बैठा दिया जाता है और फिर उसे धमकाया जाता है। उन्हें सही प्रशिक्षण और समर्थन नहीं दिया जाता है।
छात्रों ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी खेल छात्रावास प्रशासन को एक पत्र के माध्यम से दी है।
सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया
छात्रों की शिकायत के बाद ओडिशा सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इसके तहत तैराकी उच्च प्रदर्शन केंद्र के मुख्य प्रशिक्षक संदीप सेजवाल को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटा दिया गया है।
हालांकि, संदीप सेजवाल की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। सरकार ने आश्वासन दिया है कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।