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बिश्वेश्वर टुडु ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से की मुलाकात
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उनके उत्पादों को देखा और उनकी उद्यमशीलता की सराहना की
भुवनेश्वर। राजधानी स्थित जनता मैदान में चल रहा सुभद्रा शक्ति मेला हर दिन नई ऊंचाइयों को छू रहा है। हज़ारों लोग मेले में आकर मिशन शक्ति स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प उत्पादों को देखने और खरीदने के लिए उमड़ रहे हैं। खासकर मोटे अनाज (मिलेट) आधारित व्यंजन, जैविक उत्पाद और पारंपरिक ओड़िया व्यंजन मेले के फूड कोर्ट में बड़ी संख्या में लोगों को आकर्षित कर रहे हैं।
चूंकि यह मेला महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित हुआ, इसलिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। दर्शकों को प्रसिद्ध गायिका बर्नाली होता की सुरीली प्रस्तुति ने मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं, गुरु गंगाधर गोटीपुआ गुरुकुल के कलाकारों ने गोटीपुआ नृत्य की अद्भुत प्रस्तुति दी, जिसने ओड़िशा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जीवंत कर दिया।
मेले के पांचवें दिन विशेष अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय जनजातीय मामलों और जल शक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडु पहुंचे। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से मुलाकात की, उनके उत्पादों को देखा और उनकी उद्यमशीलता (एंटरप्रेन्योरशिप) की सराहना की। उनके दौरे से यह संदेश मिला कि सरकार ओड़िशा के जनजातीय कारीगरों और महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
त्योहारों के जोश और व्यापारिक उत्साह के बीच मेले में जबरदस्त भीड़ उमड़ी, जिससे केवल पांच दिनों में ₹1.64 करोड़ की बिक्री दर्ज की गई। खरीददारों और व्यापार जगत की भागीदारी ने मिशन शक्ति SHGs के लिए नए बाजारों के अवसर खोले हैं। मेले में अभी चार और दिन शेष हैं और ऐसे में सुभद्रा शक्ति मेला 2025 आने वाले दिनों में और भी शानदार आकर्षण, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और व्यापार के अवसर लेकर आने वाला है।