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स्वयंसेवकों ने अखिल भारतीय घोष दिवस भव्य घोष पथ संचलन और लिंगराज मंदिर परिक्रमा की

भुवनेश्वर: महाशिवरात्रि और अखिल भारतीय घोष दिवस के पावन अवसर परराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों द्वारा भुवनेश्वर में एक भव्य आयोजन किया गया। एकाम्र क्षेत्र के रुप में परिचित व प्रसिद्ध शैव क्षेत्र लिंगराज मंदिर के पास यह कार्यक्रम आयोजित किया गया । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने  घोष वाद्यों के साथ पथ संचलन करने के साथ साथ  लिंगराज मंदिर की परिक्रमा की ।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने भगवान महादेव का प्रिय  शिवरंजन राग का प्रदर्शन कियासाथ ही एक ऊर्जावान जागरण भी किया और भक्ति-नैवेद्य अर्पित किया।

इस कार्यक्रम में  1,000 से अधिक स्वयंसेवक गणा भेष में भव्य घोष पथ संचलन में भाग लेने के लिए एकत्र हुए। अनुशासन और समर्पण के लिए प्रसिद्ध स्वयंसेवकों ने शंखढोलझांझ जैसे वाद्ययंत्र बजाएजिनसे शुभ शिवरंजन राग की ध्वनि गूंज उठीजिसे भगवान शिव के लिए एक दिव्य धुन माना जाता है। भक्ति से भरे इस पथ संचलन  के दौरान शिवरंजनी राग के अलावा मीरा, तिल, उदय किरण, श्रीराम स्वनभद्र जैसे वीर वाद्यों को बजाया ।

घोष पथ संचलन दो स्थानों से शुरू हुआ: एक पुराने शहर के पास डाकबंगला चौक से और दूसरा गरबाडू श्मशान पड़ी से। दोनों समूह लिंगराज मंदिर की ओर बढ़ेरास्ते में नारायणी क्लबपानीटांकीमुआला पड़ी जैसी प्रमुख जगहों से होकर गुजरे। रास्ते में स्वयंसेवक विभिन्न स्थानों पर रुककर प्रार्थनाएँ अर्पित करते हुए इस शुभ दिन का उत्सव मनाते रहे।

जब दोनों जुलूस मिल गएतो वे लिंगराज मंदिर के चारों ओर परिक्रमा करने लगेजो भगवान शिव के प्रति श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक था। जुलूस प्रमुख क्षेत्रों जैसे हाटसाहीखराखियाकेउटसाही से होते हुए डाकबंगला चौक के पास समाप्त हुआ।

इस कार्यक्रम में वरिष्ठ आरएसएस नेता श्री असित कुमार साहूओडिशा  (पूर्व) के सह प्रांत प्रचारक और श्री प्रफुल्ल पंडापुरी विभाग के सह विभाग कार्यवाह ने भाग लिया। उन्होंने स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया और समुदाय सेवा और राष्ट्र के प्रति भक्ति के महत्व पर प्रकाश डाला।

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