अनुगूल। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने रविवार को अनुगूल में “टीबी मुक्त भारत” अभियान के तहत जिलास्तरीय “निःक्षय मित्र” कार्यक्रम की शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने जिले को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए जनभागीदारी से एक आंदोलन की शुरुआत करने का आह्वान किया।
धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने “टीबी मुक्त भारत” अभियान में सभी नागरिकों को शामिल होने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि टीबी एक जटिल रोग नहीं है और आधुनिक चिकित्सा के जरिए इसका इलाज संभव है। प्रधान ने नागरिकों से अपील की कि वे स्वस्थ आहार अपनाकर और टीबी के मरीजों का समय पर इलाज कराकर इस अभियान में योगदान दें।
इस कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री ने अनुगूल में टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत एक जागरूकता रथ को झंडी दिखाकर शुरू किया और उपस्थित जनसाधारण को शपथ दिलाई कि वे इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए संदेश का उल्लेख करते हुए धर्मेन्द्र प्रधान ने बताया कि 2025 तक भारत को पूरी तरह से टीबी मुक्त बनाने के लिए समाज के हर वर्ग का योगदान आवश्यक है। इस अभियान में अनुगूल, ढेंकानाल, सम्बलपुर और देवगढ़ जिलों में सक्रिय रूप से टीबी रोगियों के इलाज में विकास फाउंडेशन ट्रस्ट और अन्य सामाजिक संगठनों ने सहयोग किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालयों और कॉलेजों में इस विषय पर जागरूकता बढ़ाना बेहद जरूरी है, ताकि युवा पीढ़ी टीबी जैसे रोग से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक हो।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने अनुगूल केंद्रीय विद्यालय की नवमी कक्षा की छात्रा गर्गी से भी मुलाकात की, जिन्होंने स्वेच्छा से “निःक्षय मित्र” कार्यक्रम में भाग लेकर टीबी रोगियों को पौष्टिक आहार प्रदान किया। उन्होंने गर्गी के सेवा भाव की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्य समाज में दूसरों के प्रति सेवा भावना को बढ़ावा देते हैं और टीबी जैसे रोग को समाप्त करने में मदद करते हैं।
धर्मेन्द्र प्रधान ने इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग ले रहे आशा कार्यकर्ताओं की भी सराहना की।
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