भुवनेश्वर – सार्वजनिक परिवहन की सुरक्षा और कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, प्रमुख सचिव श्रीमती उषा पाढी ने ओडिशा राज्य सड़क परिवहन निगम और कैपिटल रीजन अर्बन ट्रांसपोर्ट (भुवनेश्वर के बस संचालन की समीक्षा की। इस बैठक में ओएसआरटीसी के सीएमडी दीप्तेश पट्टनायक, परिवहन आयुक्त अमिताभ ठाकुर, सीआरयूटी के एमडी डॉ. थिरुमाला नायक, आईआईटीएम के वेंकटेश बालसुब्रमण्यम और अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा हितधारक शामिल हुए, जिनका ध्यान सुरक्षा उपायों को मजबूत करने और संचालन प्रथाओं को आधुनिक बनाने पर था।
चर्चा में सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए नियामक ढांचे को मजबूत करने, नियमित वाहन निरीक्षण, यातायात नियमों का पालन, और चालक के आचरण की निगरानी पर जोर दिया गया। इसके साथ ही, चालक और कर्मचारियों के लिए सुरक्षित ड्राइविंग प्रथाओं, आपातकालीन प्रतिक्रिया और ग्राहक सेवा में कौशल वृद्धि के लिए निरंतर प्रशिक्षण कार्यक्रमों की आवश्यकता पर बल दिया गया। इसके अलावा, जीपीएस ट्रैकिंग, रीयल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम और डिजिटल टिकटिंग जैसी उन्नत तकनीकों को कार्यकुशलता और यात्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए अपनाने की दिशा में भी चर्चा की गई।
प्रमुख सचिव श्रीमती उषा पाढी ने इस अवसर पर कहा कि यात्री की सुरक्षा हमारी सर्वोत्तम प्राथमिकता है। सुरक्षा उपायों, क्षमता निर्माण और आधुनिक तकनीकी के उपयोग पर ध्यान केंद्रित कर हम ओडिशा में सुरक्षित, विश्वसनीय और कार्यकुशल सार्वजनिक परिवहन सेवाएं प्रदान करने का लक्ष्य रखते हैं।
समीक्षा में ओएसआरटीसी और सीआरयूटी के बीच सहयोगात्मक पहलों की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई, ताकि सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा किया जा सके और संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा सके। श्रीमती पद्मी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सुझाए गए उपायों के कार्यान्वयन को तेज करें और उनकी प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने के लिए नियमित रूप से मूल्यांकन करें।