भुवनेश्वर। ओमान में नौकरी का झांसा देकर ले जाए गए 12 भारतीय मजदूरों में 4 ओडिशा के हैं, जो अब वहां फंसे हुए हैं। इन मजदूरों के साथ एक निजी कंपनी द्वारा शोषण और दुर्व्यवहार किया जा रहा है। मामला तब सामने आया जब ओडिशा के एक मजदूर ने अपने परिवार से वीडियो कॉल कर मदद की गुहार लगाई।
पासपोर्ट जब्त, खाने तक की सुविधा नहीं
फंसे हुए मजदूरों में गंजाम जिले के राम्भा थाना क्षेत्र के तरिणीपल्ली गांव निवासी बसंत कुमार सेठी भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी ने उनका पासपोर्ट और सभी जरूरी दस्तावेज जब्त कर लिए हैं, जिससे वे किसी और जगह काम पाने या वापस लौटने में असमर्थ हैं।
बसंत ने अपनी पीड़ा बताई कि पांच महीने से हमें वेतन नहीं दिया गया। जब हमने इसका विरोध किया तो हमें धमकाया गया। हमारी सभी जरूरी कागजात जब्त कर लिए गए, जिससे हम वहां से निकल भी नहीं सकते।
परिजनों ने प्रशासन से मांगी मदद
बसंत के परिवार ने गंजाम जिला प्रशासन से अपील की है कि उनके बेटे समेत सभी फंसे मजदूरों को जल्द से जल्द सुरक्षित भारत वापस लाया जाए।
बसंत की मां ने रोते हुए कहा कि मेरा बेटा पांच महीने पहले ओमान गया था। उसे अच्छी सैलरी और बेहतर जिंदगी का वादा किया गया था, लेकिन अब उसे खाने तक को नहीं मिल रहा। बीती रात उसने मुझे रोते हुए फोन किया और बचाने की गुहार लगाई। मैं सरकार से अपील करती हूं कि जल्द से जल्द उसे घर वापस लाया जाए।