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बढ़ते तलाक के मामलों को रोकने के लिए सरकार का बड़ा फैसला
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राज्य के विभिन्न हिस्सों में मानसिक स्वास्थ्य परामर्श केंद्र स्थापित करने की योजना
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तलाक के मामलों में होगी कमी
भुवनेश्वर। राज्य में बढ़ते तलाक के मामलों को रोकने के लिए ओडिशा सरकार मानसिक स्वास्थ्य परामर्श केंद्र स्थापित करने की योजना बना रही है।
उप मुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने बताया कि इन केंद्रों का नाम ‘माँ र छाता’ या ‘मदर कोर्ट’ होगा, जहां विवाह से पहले जोड़ों को परामर्श सेवाएं दी जाएंगी। इन सेवाओं का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना, तलाक की रोकथाम करना और विवाह को बेहतर ढंग से समझने में मदद करना होगा।
इस पहल का मकसद राज्य में तलाक की बढ़ती दर को नियंत्रित करना है। इन केंद्रों के माध्यम से जोड़ों को मजबूत और स्वस्थ वैवाहिक संबंध स्थापित करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान किया जाएगा।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में इन परामर्श केंद्रों की स्थापना की जाएगी ताकि हर दंपति को इन सेवाओं तक आसानी से पहुंच मिल सके।
माना जा रहा है कि यह कदम ओडिशा में एक अधिक सहायक और समावेशी समाज बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा। सरकार का मानना है कि इन केंद्रों के जरिए मार्गदर्शन देकर न केवल तलाक के मामलों में कमी लाई जा सकेगी, बल्कि मजबूत और खुशहाल परिवारों को भी बढ़ावा दिया जा सकेगा।