Home / Odisha / ओडिशा के सभी जिलों को ईस्ट कोस्ट रेलवे में शामिल करने की मांग

ओडिशा के सभी जिलों को ईस्ट कोस्ट रेलवे में शामिल करने की मांग

  • कांग्रेस नेता श्रीकांत जेना ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र

भुवनेश्वर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना ने रविवार को केंद्र सरकार से बालेश्वर, मयूरभंज, सुंदरगढ़ और झारसुगुड़ा जिलों को ईस्ट कोस्ट रेलवे (इकोर) के अंतर्गत लाने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र में श्रीकांत जेना ने कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा वॉल्टेयर डिवीजन को विभाजित कर उसके मुख्य क्षेत्र को साउथ कोस्ट रेलवे (एससीआर) जोन में शामिल करने का फैसला आंध्र प्रदेश के हितों को प्राथमिकता देता है, जबकि यह ओडिशा के रेलवे विकास को नुकसान पहुंचाता है।
उन्होंने कहा कि यह निर्णय परिचालन और वित्तीय तर्क से रहित है, जिससे इकोर कमजोर होगा और ओडिशा का रेलवे विकास ठहराव की स्थिति में आ जाएगा।
राजस्व हानि और रेलवे निवेश में गिरावट
उन्होंने कहा कि इकोर देश के सबसे अधिक राजस्व देने वाले रेलवे जोनों में से एक है, जो प्रति वर्ष 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान देता है और इसका परिचालन अनुपात केवल 47% है। लेकिन वॉल्टेयर डिवीजन के विभाजन से लगभग 10,000 करोड़ रुपये प्रति वर्ष की राजस्व हानि होगी, जिससे इकोर शीर्ष प्रदर्शन करने वाले जोनों की सूची से बाहर हो जाएगा और ओडिशा में रेलवे निवेश में कमी आएगी।
ओडिशा के लिए एकीकृत रेलवे नेटवर्क की मांग
उन्होंने कहा कि यदि सरकार राज्य की सीमाओं के आधार पर रेलवे का पुनर्गठन कर रही है, तो ओडिशा को अपना पूर्ण एकीकृत रेलवे नेटवर्क मिलना चाहिए। जेना ने कहा कि केंद्र सरकार को सुधारात्मक कदम उठाते हुए बालेश्वर, मयूरभंज, सुंदरगढ़ और झारसुगुड़ा जैसे जिलों को, जो वर्तमान में साउथ ईस्टर्न रेलवे (एसईआर) के अंतर्गत आते हैं, इकोर में शामिल करना चाहिए ताकि ओडिशा का रेलवे विकास और आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील करते हुए कहा कि ओडिशा में एक नया डिवीजन बनाया जाए और इन जिलों को इकोर के अंतर्गत जोड़ा जाए ताकि राज्य के हित सुरक्षित रह सकें।

Share this news

About desk

Check Also

मुख्यमंत्री ने वनांचल शिक्षा और ग्रामीण खेलों के विकास का दिया भरोसा

एकल अभियान राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता 2025 संपन्न भुवनेश्वर। शिक्षा से वंचित वनांचल के बच्चों को …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *