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खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षा बलों ने माओवादी ठिकानों पर अचानक किया हमला
बलांगीर। बलांगीर के घने जंगलों में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच शुक्रवार को भीषण मुठभेड़ हुई। हालांकि हताहत की खबर नहीं है। पुलिस को क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद ओडिशा पुलिस और सुरक्षा बलों ने संयुक्त अभियान शुरू किया।
गंधमर्धन वन क्षेत्र के रेगाली, महरापदर, तेलेनपाली और भवानीपुर इलाके लंबे समय से माओवादियों के गढ़ के रूप में जाने जाते हैं। खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षा बलों ने माओवादी ठिकानों पर अचानक हमला किया। बताया जा रहा है कि माओवादियों ने पहले गोली चलाई, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की।
छत्तीसगढ़ में चल रहे गहन तलाशी अभियान के बाद कई माओवादियों के ओडिशा की ओर पलायन करने की खबरें हैं। इसी के चलते ओडिशा और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर अभियान तेज कर दिया है। गंधमर्धन वन क्षेत्र में यह अभियान विशेष रूप से जोर-शोर से चलाया जा रहा है, जो माओवादियों का एक मजबूत गढ़ माना जाता है।
नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में सुरक्षा बलों को हाल के वर्षों में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। पिछले वर्ष में करीब 150 नक्सलियों को मार गिराया गया, 300 से अधिक को गिरफ्तार किया गया और 500 से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।
फिलहाल सुरक्षा बलों द्वारा माओवादियों के खिलाफ अभियान जारी है, जिससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बहाल हो सके।