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फर्जी बैंक गारंटी देकर हैदराबाद की कंपनी ने लिया टेंडर
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3.5 करोड़ रुपये अग्रिम राशि हड़पी
भुवनेश्वर। पारादीप पोर्ट की 65 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी विकास परियोजना में बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक ठेका कंपनी ने 3.5 करोड़ रुपये अग्रिम राशि के रूप में हड़प ली है। यह राशि ‘स्मार्ट इंडस्ट्रियल पोर्ट सिटी’ के तहत 350 आवासीय इकाइयों के निर्माण के लिए दी गई थी।
हैदराबाद स्थित डीएनसी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी इस घोटाले के केंद्र में है। बताया जा रहा है कि इस कंपनी ने 10 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी प्रस्तुत कर ठेका हासिल किया। इसके बाद कंपनी ने 3.28 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि प्राप्त कर काम शुरू किए बिना ही गायब हो गई।
कंपनी पर फर्जी बैंक गारंटी पेश करने का आरोप है। दावा किया जा रहा है कि इस ठेके को हासिल करने के लिए जाली दस्तावेज़ और ईमेल का सहारा लिया गया। वहीं, कई उप-ठेकेदारों ने भी कंपनी पर उन्हें गुमराह करने का आरोप लगाया है।
इस घोटाले के बाद उप-ठेकेदारों ने मुख्यमंत्री मोहन माझी से हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने मामले की विस्तृत जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
एक उप-ठेकेदार विश्वजीत प्रधान ने मीडिया को दिये गये बयान में कहा है कि कंपनी द्वारा जमा की गई पूरी बैंक गारंटी फर्जी है। चौंकाने वाली बात यह है कि पोर्ट अधिकारियों ने बैंक गारंटी की जांच तक नहीं की। हम मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप कर विस्तृत जांच की मांग करते हैं। इन आरोपों पर खबर लिखे जाने तक आरोपी कंपनी और टेंडर आवंटित करने वाले प्राधिकार की प्रतिक्रिया नहीं मिल पायी थी।