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दक्षिणघर में 10 देवताओं, श्रीराम, कृष्ण, मदनमोहन, दोल गोविंद, नरसिंह, भूदेवी, श्रीदेवी की पूजा शुरू
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21 जून को नवयौवन दर्शन, 23 जून को रथयात्रा
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29 जून नवमी संध्या दर्शन गुंडिचा मंदिर में
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एक जुलाई को बाहुड़ा यात्रा, दो जुलाई को सोनावेश
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तीन जुलाई को अधर पणा की तिथि तय
प्रमोद कुमार प्रुष्टि, पुरी
पुरी. महाप्रभु श्री जगन्नाथ के अणसर घर में जाने के बाद श्रीमंदिर में बासुदेव, भुवनेश्वरी और नारायण की पूजा शुरू हो गयी है. इनकी पटचित्र की पूजा की जा रही है. दक्षिणघर में 10 देवी-देवताओं, बासुदेव, भुवनेश्वरी और नारायण के साथ-साथ श्रीराम, कृष्ण, मदनमोहन, दोल गोविंद, नरसिंह, भूदेवी, श्रीदेवी की पूजा की जा रही है.
इससे पूर्व कल स्नान पूर्णिमा उत्सव संपन्न होने के बाद महाप्रभु श्रीजगन्नाथ, बलभद्र, सुभद्रा और सुदर्शन जीवन लीला को दर्शाते हुए बीमार हो गये, जिससे उनको 15 दिनों तक अणसर घर में रखा गया है. इनके स्थान पर पटचित्रों की पूजा की जा रही है. दइतापति सेवायत अणसर घर में दरवाजा बंद करते हुए चकटा भोग और गुप्त सेवा करना शुरू कर दिये हैं. अभी श्रीमंदिर में देवताओं के पटचित्र के समक्ष महाप्रसाद भोग चढ़ाया जा रहा है.
अब एक महीने तक के लिए श्रीमंदिर में प्रत्यक्ष भगवान के सामने महाप्रसाद चढ़ाना बंद रहेगा. नीलाद्रि विजे के बाद में नीलाचल महाप्रसाद के नाम से महाप्रसाद पांच जुलाई के बाद मिलेगी. उल्लेखनीय है कि 21 जून को महाप्रभु के नवयौवन दर्शन होंगे. 23 जून को रथयात्रा की तिथि तय हुई है. 29 जून नवमी संध्या दर्शन गुंडिचा मंदिर में होगा. एक जुलाई को बाहुड़ा यात्रा की तिथि तय हुई है तथा दो जुलाई को सोनावेश की तिथि तय है. तीन जुलाई को अधर पणा की तिथि तय है. हालांकि कोरोना को लेकर जारी लाकडाउन के कारण रथयात्रा निकालने का निर्णय सरकार को लेना है.