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नवाचार की दुनिया में ओडिशा के आयुष्मान का अद्भुत योगदान, दो स्टार्टअप्स के संस्थापक
भुवनेश्वर। ‘उत्कर्ष ओडिशा – मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025’ में 13 वर्षीय आयुष्मान नंद ने नवाचार के क्षेत्र में अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज कराई है। उनकी उपलब्धियां इस प्रतिष्ठित आयोजन में खास चर्चा का विषय बनीं।
महज 13 साल की उम्र में आयुष्मान ने दो स्टार्टअप्स की स्थापना की है, जो ‘मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव’ में भी आकर्षण का केंद्र बने।
पीठ दर्द के लिए अनोखा उपकरण
आयुष्मान ने एक ऐसा उपकरण विकसित किया है, जो गलत बैठने की स्थिति के कारण होने वाले पीठ दर्द को दूर करने में सहायक है। यह डिवाइस अलार्म सिस्टम से लैस है, जो उपयोगकर्ता के गलत बैठने की स्थिति में तुरंत अलर्ट करता है। यह विशेष रूप से स्कूली बच्चों और आईटी पेशेवरों के लिए फायदेमंद है, जो लंबे समय तक कंप्यूटर के सामने बैठते हैं।
स्वास्थ्य और सुरक्षा के क्षेत्र में नवाचार
आयुष्मान ने बताया कि उनका यह उपकरण न केवल छात्रों के लिए बल्कि आईटी पेशेवरों और अन्य कार्यालय कर्मचारियों के लिए भी उपयोगी है। उन्होंने कहा कि मैं भी पढ़ाई के दौरान गलत मुद्रा में बैठता था, तभी इस डिवाइस का विचार आया। शिक्षा मंत्रालय ने हमें इस परियोजना के लिए दो लाख रुपये की सहायता दी है।”
दूसरा इनोवेशन: सुरक्षा अलर्ट सिस्टम
अपने दूसरे स्टार्टअप के बारे में आयुष्मान ने कहा कि हाल ही में हमारे अपार्टमेंट में चोरी हुई थी। इस घटना से प्रेरित होकर मैंने एक सॉफ्टवेयर सिस्टम विकसित किया है, जो सुरक्षा गार्ड को अलर्ट करेगा यदि कोई चोर दीवार फांदने की कोशिश करता है या कोई नकाबपोश व्यक्ति संदिग्ध गतिविधि करता है।
भविष्य की योजनाएं
आयुष्मान ने बताया कि उनका सुरक्षा सिस्टम शुरुआती चरण में है, लेकिन जल्द ही इसे और प्रभावी बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि वे भविष्य में स्वास्थ्य क्षेत्र में और नवाचार करने की योजना बना रहे हैं। इस युवा नवाचारी का योगदान न केवल ओडिशा बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणा बन रहा है।