-
बीजेडी ने पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं के नाम बदलने का आरोप लगाया
-
कहा – मौजूदा सरकार को नई पहल लानी चाहिए
भुवनेश्वर। गुरुवार को ओडिशा सरकार द्वारा ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने के लिए ‘विकसित गांव, विकसित ओडिशा’ पहल के तहत नई दिशानिर्देशों की घोषणा के बाद प्रदेश की राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है।
इस नई योजना को लेकर विपक्षी दल बीजू जनता दल (बीजेडी) ने इसे महज नाम बदलने की कवायद बताया। बीजेडी नेताओं ने कहा कि मौजूदा सरकार को नई पहल लानी चाहिए न कि पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं के नाम बदलने चाहिए।
बीजेडी नेता बद्री पात्र ने कहा कि ग्रामीण ओडिशा के विकास के लिए पहले से एक योजना है। इस नई योजना को उसी के तहत लागू किया जा सकता था। सिर्फ सरकार बदलने से योजना का नाम बदलना तर्कसंगत नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि करीब सात महीने बीत चुके हैं और वर्तमान सरकार को नई पहलों पर ध्यान देना चाहिए, बजाय इसके कि वह पिछली सरकार पर आरोप लगाए।
कांग्रेस ने भी साधा निशाना
वहीं, कांग्रेस ने भी मौजूदा सरकार की आलोचना करते हुए इसे पूर्ववर्ती सरकार की रणनीति का ही दोहराव बताया। कांग्रेस नेता नीलमाधव हिकाका ने कहा कि भाजपा नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार भी बीजेडी सरकार की तरह ही है।
भाजपा का पलटवार
भाजपा ने इन आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा कि बीजेडी के पास कहने के लिए कुछ नया नहीं बचा है। आस्का भाजपा विधायक सरोज कुमार पाढ़ी ने कहा कि बीजेडी ने अपना जनाधार खो दिया है और पार्टी के नेता भाजपा सरकार की उपलब्धियों से हताश होकर केवल आलोचना कर रहे हैं।