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1289 करोड़ के निवेश के लिए 17 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर
भुवनेश्वर। उप मुख्यमंत्री केवी सिंहदेव ने कृषि के विकास में निवेश के लिए उद्यमियों को आमंत्रित किया। वह कृषि विषय पर आयोजित एक सत्र को संबोधित कर रहे थे।
दो दिवसीय उत्कर्ष ओडिशा – मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025 के दूसरे दिन का पहला सत्र जनता मैदान, भुवनेश्वर में “कृषि और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग – ओडिशा में सतत और समावेशी विकास का पारिस्थितिकी तंत्र” विषय पर आयोजित हुआ। इस सत्र में कुल 17 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए और निवेशकों ने लगभग 1289 करोड़ के निवेश करने की सहमति दी।
कृषि को बढ़ावा देने की अपील
उप मुख्यमंत्री एवं कृषि, किसान सशक्तिकरण और ऊर्जा मंत्री कनक वर्धन सिंहदेव ने निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत का लक्ष्य पाने के लिए हमें विकसित ओडिशा का निर्माण करना होगा। इसके लिए जैविक खेती, जलवायु अनुकूल कृषि और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को स्थापित करना जरूरी है। उन्होंने उद्यमियों से विशेष रूप से कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में निवेश कर ओडिशा को अग्रणी राज्य बनाने की अपील की।
निवेश की अपार संभावनाएं
मत्स्य एवं पशु अनुसंधान विकास मंत्री श्री गोकुलानंद मल्लिक ने कहा ओडिशा कृषि प्रधान राज्य है और यहां निवेश की अपार संभावनाएं हैं। कृषि, सब्जी और मसाला उत्पादन में राज्य का प्रदर्शन सराहनीय है।
पंचायती राज, पेयजल और ग्रामीण विकास मंत्री रबिनारायण नायक ने कहा कि ओडिशा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए ओआरएमएएस और ओडिशा आजीविका मिशन के जरिए बेहतर कार्य कर रहा है। उद्यमियों को इसे और सशक्त करने के लिए आगे आना चाहिए।
कई महत्वपूर्ण घोषणाएं हुई
मेहमानों ने कोल्ड स्टोरेज योजना का ब्रॉशर जारी किया। आज से 58 कोल्ड स्टोरेज खोलने की योजना लागू कर दी गई है।
राज्य सरकार ने 17 कंपनियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए, जिससे ₹1289 करोड़ के निवेश का मार्ग प्रशस्त हुआ।
एफपीओ पर एक कॉफी टेबल बुक भी जारी की गई।
उद्यमियों को विभिन्न व्यवसाय स्थापित करने के लिए 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी
मुख्यमंत्री कृषि उद्यम योजना (एमकेयूवाई): इस योजना के तहत उद्यमियों को विभिन्न व्यवसाय स्थापित करने के लिए 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
इस अवसर पर कृषि विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. अरविंद कुमार पड़ही ने स्वागत भाषण दिया, जबकि कृषि निदेशक श्री प्रेम चंद्र चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस सत्र में बागवानी निदेशक श्री निखिल पवन कल्याण और उद्योग निदेशक डॉ. प्रशांत कुमार रेड्डी भी उपस्थित थे।