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पूर्व तट रेलवे ने लदान के क्षेत्र में एक अभूतपूर्व लक्ष्य प्राप्त किया

  • महाप्रबंधक परमेश्वर फुंकवाल ने उपलब्धियां गिनाई

  • 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं दी

भुवनेश्वर। 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए पूर्व तट रेलवे महाप्रबंधक परमेश्वर फुंकवाल ने उपलब्धियां गिनाई। इस मौके पर उन्होंने महान गणतंत्र की सेवा के प्रति स्वयं को पुनः समर्पित करने, शांति और सद्भावना बनाए रखने, संविधान में निहित लोकतांत्रिक प्रणालियों और मूल्यों की रक्षा करने तथा उन्हें सुदृढ़ करने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि पूर्व तट रेलवे ने मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान, कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं और मुझे आज के इस विशिष्ट अवसर पर आपके साथ ये उपलब्धियां साझा करते हुए अत्यंत गर्व हो रहा है। यह हमारे लिए गौरव की बात है कि पूर्व तट रेलवे ने लदान के क्षेत्र में एक अभूतपूर्व लक्ष्य प्राप्त करते हुए 200 एमटी से अधिक माल का लदान कर लिया है, जो सभी क्षेत्रीय रेलों में सर्वाधिक है। यह उपलब्धि पिछले वर्ष की तुलना में पांच दिन पहले अर्थात् केवल 290 दिनों के रिकॉर्ड समय में हासिल की गई।
दिसंबर-2024 तक, पूर्व तट रेलवे ने 17324 करोड़ रुपये की सकल आय अर्जित की है। दिसंबर 2024 तक हमने 6.9 करोड़ से अधिक यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 9.53% अधिक है। इस वित्त वर्ष में, यात्री सेवा से कुल 1745 करोड़ रुपये की आय अर्जित की गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 9.3% ज्यादा है। दिसंबर- 2024 की अवधि तक, हमारा पूंजीगत व्यय, 8281 करोड़ रुपये रहा है। दिसंबर-2024 की अवधि तक हमारा परिचालन अनुपात 60.89 रहा।
यात्रियों की सेवा पूर्व तट रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मौजूदा वित्त वर्ष में, यात्रियों की समयानुकूल मांग को ध्यान में रखते हुए, विशेषकर त्योहारों तथा छुट्टियों के समय सुचारु यात्री-आवागमन के उद्देश्य से, हमने 12 कुंभ मेला स्पेशल सहित 1781 स्पेशल ट्रेनें चलायीं तथा नियमित ट्रेनों में कुल 4545 सवारी डिब्बे जोड़े। इसके अलावा स्थायी तौर पर 75 सवारी डिब्बों की वृद्धि की गई है। यात्रा अनुभव तथा संरक्षा में बेहतरी लाने के उद्देश्य से इस वित्तीय वर्ष में एलएचबी रेक युक्त छः जोड़ी ट्रेनें भी शुरु की गई।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के दौरान, पूर्व तट रेलवे के रेल कर्मचारियों, विशेषकर खोरधारोड की टीम ने, अभूतपूर्व संख्या में पहुंचे यात्रियों के प्रबंधन तथा उन्हें सुविधा प्रदान करने में उत्कृष्ट कार्यनिष्पादन किया। इस उपलब्धि को समाज के प्रत्येक वर्ग द्वारा सराहा गया। लगभग 15 लाख श्रद्धालुओं को सेवा प्रदान करते हुए, कुल 321 रथयात्रा स्पेशल ट्रेनें चलायी गईं। यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान, कुशल टिकटिंग प्रणाली तथा गतिशील ट्रेन योजना आदि, इस आयोजन की उपलब्धियां रहीं।
हम अपने यात्रियों के यात्रा अनुभव को बेहतर करने के लिए सदा तत्पर हैं। आधुनिक सुविधाओं से युक्त कटक रेलवे स्टेशन के पूर्वी प्रवेश द्वार का हाल ही में माननीय रेल मंत्री द्वारा उद्घाटन किया गया। मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान, यात्री सुविधा संबंधी कई कार्य किए गए। इन सुविधाओं के अंतर्गत, एटीवीएम की स्थापना, क्यूआर कोड भुगतान सुविधा, कोच संकेत बोर्ड, इकोनोमी मील स्पेशल काउंटर की व्यवस्था, वेटिंग हॉल एवं सर्कुलेटिंग एरिया में सुधार, अतिरिक्त प्लैटफॉर्म शेड की व्यवस्था, 14 स्टेशनों पर दिव्यांगजनों के लिए रैंप, 31 स्टेशनों पर प्लैटफॉर्म की ऊंचाई में वृद्धि, 17 स्टेशनों पर फुट ओवर ब्रिज तथा 4 स्टेशनों पर लिफ्ट की सुविधा आदि शामिल हैं। खोरधारोड-बलांगीर नई रेल लाइन में, अट्री तथा सानपदर में दो नए यात्री विरामों का उद्घाटन किया गया। ट्रेनों के आगमन व प्रस्थान संबंधी सूचना के स्वतः अद्यतन के लिए, 37 स्टेशनों पर एनटीईएस सर्वर के साथ यात्री सूचना प्रणाली को एकीकृत किया गया। कुल 57 स्टेशनों पर स्टेशन विकास का काम तेज़ी से चल रहा है।
उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष के दौरान, कुल 276 किमी नई लाइन, दोहरीकरण तथा मल्टी ट्रैकिंग का कार्य पूरा किया गया। खोरधारोड-बलांगीर नई रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत, हमने झारमुंडा-बौध (16.27 किमी), बौध-चंपापुर (13.70 किमी) तथा चंपापुर-पुरुनाकटक (13.44 किमी) नई रेल लाइन का कार्य सफतापूर्वक संपन्न किया। हाल ही में आरंभ किए गए कुछ अन्य खंडों में (i)गोरापुर-दार्लिपुट (12.649 किमी), (ii) दार्लिपुट-पाडुआ (9.77 किमी), (iii) रानीताल-भद्रक (5 किमी), (iv) हिंडोल रोड-मेरामंडली (27.28 किमी) आदि शामिल हैं। सालगांव-बूढ़ापंक तीसरी तथा चौथी लाइन परियोजना में दिनांक 10.01.2025 को इंजन संचालन किया गया। दिसंबर 2024 तक, कुल 335 ट्रैक किलोमीटर में रेल विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया गया है। दार्लिपुट, पुरुनापानी, झारमुंडा तथा बौध में नए स्टेशन भवनों का निर्माण किया गया। दो गति शक्ति मल्टी मोडल कारगो टर्मिनलों की स्थापना की गयी।
उन्होंने कहा कि पूर्व तट रेलवे ने अपनी महत्वपूर्ण चालू परियोजनाओं में, सुरंगों के निर्माण में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त करते हुए उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। यह उपलब्धि, खोरधारोड-बलांगीर नई लाइन परियोजना के अंतर्गत, दसपल्ला-बुगुड़ा, बुगुड़ा-बानीगुच्छा, चारीछक-पुरुनाकटक तथा अदेनीगढ़-चारीछक सेक्शन में हासिल की गई है। इसी प्रकार, कोत्तवलसा-कोरापुट दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत, बोर्रागुहलु-करकवलसा तथा बोद्दवरा-शिवलिंगपुरम में भी सुरंग निर्माण के क्षेत्र में, ऐसी ही उपलब्धि हासिल की गई। महत्वपूर्ण जनकेन्द्रित रेल परियोजनाओं के निर्माण-कार्यों को इनसे गति मिलेगी।
उन्होंने बताया कि हाल ही में, केन्द्र ने दैतारी से बालीपर्बत लौह अयस्क खदान (5.02 किमी) तथा नयागढ़ से डुबुना लौह अयस्क खदान (5.14 किमी) तक नई लाइनों की स्वीकृति प्रदान करने के साथ ही 138.32 किमी लंबी बरगढ़ रोड-नुआपाड़ा रोड नई लाइन वाया-पदमपुर को स्वीकृति प्रदान की है। ये नई रेल लाइनें, यात्रियों को महत्वपूर्ण रेल कनेक्टिविटी प्रदान करेंगी तथा इससे क्षेत्र में विकास के साथ समृद्धि भी आएगी। गतिशीलता एवं संरक्षा में सुधार के उद्देश्य से, राजआठगढ़ से माछापुर (10.89 किमी), राजआठगढ़ से राधाकिशोरपुर (5.77 किमी), राधाकिशोरपुर से माछापुर (5.12 किमी) तथा आर.वी. लाइन से ट्रैफिक बाइपास करने के लिए, फ्लाईओवर (5.50 किमी) को भी स्वीकृति मिली। पूर्व तट रेलवे, इन परियोजनाओं के त्वरित कार्यान्वयन के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा किआधारभूत संरचना व सार्वजनिक संरक्षा को बेहतर करने के उद्देश्‍य से, पूर्व तट रेलवे ने 170 आरओबी के निर्माण को विशेष रेल परियोजनाओं का दर्जा दिया है। इस वित्त वर्ष के दौरान, पांच आरओबी और तीन एफओबी का काम भी पूरा हो चुका है। 18 मानवयुक्त लेवल क्रॉसिंग हटाये गए, साथ ही 20 आरओबी और 75 आरयूबी भी चालू किए गए। बुनियादी ढांचे के उन्नयन और संरक्षा में सुधार के लिए, 225 किलोमीटर का रेल नवीनीकरण, 351 किलोमीटर का स्लीपर नवीनीकरण, 26 ट्रैक किमी का वेल्ड नवीनीकरण तथा 86 पुलों का पुनर्निर्माण/पुनर्वास किया गया।
उन्होंने कहा कि ट्रेन परिचालन के क्षेत्र में संरक्षा सहित कार्य-प्रणाली का प्रत्‍येक पहलू, हमारे लिए महत्‍वपूर्ण लक्ष्‍य है। 52 स्टेशनों पर इंटरलॉकिंग प्रणाली की ‘सेफ्टी इंटिग्रिटी’ के परीक्षण के साथ 53 स्लाइडिंग बूम लगाये गये हैं। सभी नॉन-इंटरलॉक्ड समपार फाटकों पर वॉयस लॉगर फोन की व्यवस्था की गई है। लाइन क्षमता बढ़ाने और ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के लिए, 18 नये इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग चालू किए गए हैं और मौजूदा ईआई/पीआई स्टेशनों में 15 बदलाव किए गए हैं। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम की विश्वसनीयता में सुधार के लिए, गोलंथरा, सुरला रोड, तिलरू, निराकारपुर, दुसी और कइपदार रोड स्टेशनों पर, हॉट स्टैंडबाय व्यवस्था शुरू की गई है। 18 हॉट एक्सल बॉक्स डिटेक्टर स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 9 लगाए जा चुके हैं। नवंबर-2024 में तीनों मंडलों में, संयुक्त आपदा प्रबंधन अभ्यास कार्यक्रम आयोजित किये गये। कर्मचारियों की सतर्कता, सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूकता आदि की पड़ताल हेतु, कुल 1023 एंबुश जांच और 12,665 संरक्षा-निरीक्षण किए गए।
उन्होंने कहा कि गतिशीलता बढ़ाने के लिए, चालू वित्त वर्ष के दौरान, आठ स्थायी गति प्रतिबंधों में छूट दी गई। कुल 224 रूट किमी के 17 खंडों में, खंड की गति बढ़ाई गई।
पूर्व तट रेलवे परिक्षेत्र में, 1378 केडब्ल्यूपी के सौर संयंत्रों से 2.45 करोड़ रुपये की बचत हुई। अब तक पूर्व तट रेलवे में, 91 रेक एचओजी पर चल रहे हैं, जिससे इस वित्तीय वर्ष के दौरान, डीजल की खपत में कमी होने से, 197.92 करोड़ रुपये की बचत हुई है। हमने री-साइकिल्ड जल का उपयोग कर, वर्ष 2024-25 के दौरान, ताजे पानी की खपत में प्रतिदिन 2 लाख किलोलीटर की कमी दर्ज की है। इसके अलावा, भूजल को संचय करने के लिए, 132 वर्षा जल संचयन प्रणालियों का निर्माण किया गया। पूर्व तट रेलवे के अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर, चार लाख से अधिक पौधे लगाए गए।
उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षा विभाग ने रेलवे संपत्ति (अवैध कब्जा) अधिनियम के तहत 147 मामलों का पता लगाया, जिसमें 44 लाख रुपये से अधिक मूल्य की चोरी की गई रेलवे सामग्री बरामद की और 379 अपराधियों को गिरफ्तार किया। रेलवे अधिनियम के तहत 33961 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 71 लाख रुपये से अधिक की वसूली की गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में उल्‍लेखनीय वृद्धि है। एनडीपीएस अधिनियम के तहत, 172 मामलों का पता लगाया गया, जिसमें 4.23 करोड़ रुपये मूल्य की प्रतिबंधित सामग्री बरामद की गई और साथ ही 260 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इस अवधि के दौरान, 706 नाबालिगों और 234 बुजुर्गों को बचाया गया और उनके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया। 1564 यात्रियों के छूटे हुए सामान बरामद कर, उन्‍हें सौंपा। मेरी सहेली की टीम ने 1,38,397 महिला यात्रियों को यात्रा के दौरान सहायता प्रदान की। संरक्षा, सुरक्षा व परिचालन दक्षता बढ़ाने के लिए, पूर्व तट रेलवे में सौर ऊर्जा-चालित सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। प्रशिक्षण, दक्षता और सुरक्षा के लिए, 3 ड्रोन कैमरों का उपयोग किया जा रहा है।
सामग्री प्रबंधन के तहत औसत समय के भीतर क्रय आदेश जारी करने हेतु, पूरे भारतीय रेल में पूर्व तट रेलवे का स्थान दूसरा रहा। चालू वित्त वर्ष के दौरान, 50.88 करोड़ रुपये मूल्‍य के कुल 2221 क्रय आदेश GeM पोर्टल के माध्‍यम से जारी किए गए।
उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर स्थित हमारा केंद्रीय अस्पताल, 03 मंडल अस्पताल और 27 स्वास्थ्य इकाइयां, लगभग 48662 कर्मचारियों और 32806 आरईएलएचएस कार्डधारकों और उनके परिवारजनों को चिकित्सा-संबंधी सेवा उपलब्ध करा रहे  हैं। रेलवे अस्‍पतालों के अलावा, 39 निजी अस्पताल और 07 डायग्नोस्टिक केंद्र ऐसे मान्‍यता-प्राप्‍त संस्‍थान हैं, जहां रेलवे में कार्यरत पदाधिकारियों को रेफर करते हुए, उन्‍हें चिकित्‍सा-संबंधी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। दिसंबर-2024 तक, हिप रिप्लेसमेंट, घुटने के रिप्लेसमेंट आदि जैसी 72 विशेष शल्य चिकित्सा और 1066 बड़ी शल्य चिकित्सा की गईं।
हमारे रेल कर्मचारियों और उनके परिवारजनों के कल्याण के लिए पूर्व तट रेलवे सदा प्रयासरत है। अपने कर्मचारियों के लिए बीमा-लाभ सहित अन्य खूबियों वाले एक समग्र पैकेज उपलब्ध कराने के उद्देश्‍य से, हमने भारतीय स्‍टैट बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया जैसे राष्ट्रीयकृत बैंकों के साथ समझौता किया है। कर्मचारियों को त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए संबलपुर मंडल में, ‘आस्था’ नामक एक टेली कॉल सेंटर कार्य कर रहा है। वित्तीय वर्ष के दौरान, 48 चयन, 436 उपयुक्तता परीक्षण और 257 ट्रेड टेस्ट पूरे किए गए। ज़ोन के विभिन्न विभागों और इकाइयों में, 4052 कर्मचारियों को पदोन्नत किया गया। ऐक्ट अप्रेंटिस कार्यक्रम के तहत, 1131 उम्मीदवारों को विभिन्न प्रशिक्षण दिए गए।
उन्होंने कहा कि खेलकूद के क्षेत्र में, हमारे रेल कर्मियों ने उत्‍कृष्‍ट उपलब्धियां हासिल की हैं। हमारे खेल अधिकारी, श्री अमित रोहिदास ने पेरिस ओलंपिक खेल, 2024 में, कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य के रूप में, भारत का प्रतिनिधित्व किया। तीरंदाज़ी, भारोत्तोलन, मुक्केबाज़ी, फुटबॉल और बैडमिंटन के हमारे खिलाड़ियों ने भी कई राष्ट्रीय और राज्य-स्तरीय प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन किया। पूर्व तट रेलवे ने विशाखपट्टणम में अखिल भारतीय रेलवे मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप 2025 का आयोजन किया और उसमें 3 रजत पदक हासिल किए।
उन्होंने कहा कि हमारी मान्यता प्राप्त यूनियनों और संघों को मैं धन्यवाद देता हूं, जिन्‍होंने प्रबंधन में अपनी सक्रिय भागीदारी द्वारा, कर्मचारी-कल्‍याण के क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण योगदान दिया। मैं पूर्व तट रेलवे महिला कल्‍याण संगठन को, उनके निरंतर समर्थन और कल्याणकारी गतिविधियों के लिए भी हार्दिक धन्यवाद देता हूं।
मैं इस अवसर पर, सभी रेल कर्मियों और उनके परिवारजनों को, उनके अथक प्रयासों, कार्यनिष्‍ठा और समर्पण भाव के लिए हार्दिक बधाई देता हूं, जिसके परिणामस्‍वरूप पूर्व तट रेलवे ने अनेक उत्‍कृष्‍ट उपलब्धियां हासिल की हैं। आइए, इस अवसर पर हम अपने कार्य में उत्कृष्टता बनाए रखने और समर्पण भाव के साथ राष्ट्र की सेवा जारी रखने का प्रण लें। मैं एक बार फिर से आपको और आपके परिवार के सदस्यों को शुभकामनाएं देता हूं।

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