-
इंटेलिजेंस इनपुट पर शुरू हुई कार्रवाई
-
सीमा क्षेत्र बना मुठभेड़ का केंद्र
भुवनेश्वर। ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ सीआरपीएफ जवानों की संयुक्त टीम ने ओडिशा के नुआपड़ा जिले और छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के सीमा क्षेत्र में एक बड़े नक्सल विरोधी अभियान की शुरुआत की है।
बताया गया है कि 19 जनवरी की रात को खुफिया सूचना मिली थी कि छत्तीसगढ़ के कुलरिघाट आरक्षित वन क्षेत्र में, जो ओडिशा के नुआपड़ा जिले से केवल 5 किलोमीटर की दूरी पर है, बड़ी संख्या में माओवादी छिपे हुए हैं। इस सूचना के आधार पर ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस की संयुक्त टीम ने केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ मिलकर ऑपरेशन शुरू किया।
इसके बाद सोमवार सुबह से सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच गोलीबारी जारी थी। ओडिशा पुलिस की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मुठभेड़ अभी भी जारी थी और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही थी। इस घने जंगल में माओवादियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी की खबरें थीं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल माओवादियों को करारा जवाब दे रहे हैं। हालांकि, अब तक मुठभेड़ में किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली थी। अधिकारी ने यह भी कहा कि ऑपरेशन की पूरी जानकारी जल्द ही साझा की जाएगी।
सुरक्षाबलों की यह कार्रवाई माओवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने और सीमा क्षेत्र में शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।