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एएसआई की देखरेख में हो रहा कार्य
भुवनेश्वर। पुरी श्रीमंदिर के रत्न भंडार की मरम्मत का कार्य मार्च से पहले पूरा हो जाएगा। इस बात की जानकारी ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने मंगलवार को दी।
मंत्री ने बताया कि इस मरम्मत कार्य के पूरा होने के बाद रत्न भंडार में संग्रहित आभूषणों की सूची तैयार करने और उनकी गिनती का कार्य शुरू किया जाएगा।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई), जिसे इस मरम्मत कार्य का जिम्मा सौंपा गया है, ने इसे पूरा करने के लिए शुरू में तीन महीने का समय मांगा था। हालांकि, उम्मीद जताई जा रही है कि यह काम तय समय से पहले ही पूरा हो जाएगा।
मकर संक्रांति के कारण कार्य अस्थायी रूप से रुका
मकर संक्रांति पर्व के दौरान श्रीमंदिर में होने वाले विभिन्न अनुष्ठानों को ध्यान में रखते हुए मरम्मत कार्य को फिलहाल रोक दिया गया है। यह कार्य 17 जनवरी से फिर से शुरू किया जाएगा।
कानून मंत्री ने कहा कि मकर संक्रांति के कारण श्रीमंदिर के अनुष्ठानों में रुकावट न हो, इसे देखते हुए मरम्मत कार्य तीन दिनों के लिए रोक दिया गया है। 17 जनवरी से इसे फिर से शुरू किया जाएगा।”
रत्नों की सूची तैयार करने की तैयारी
मंत्री ने यह भी बताया कि मरम्मत कार्य के बाद रत्न भंडार के बाहर रखे गए सभी मूल्यवान वस्तुओं को इसके अंदर स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इसके बाद आभूषणों की सूची और गिनती की प्रक्रिया शुरू होगी।
उन्होंने कहा कि मरम्मत कार्य में अच्छी प्रगति हुई है। हमें उम्मीद है कि एएसआई की टीम तय समय से पहले काम पूरा कर लेगी। इसके बाद हम रत्नों की सूची और गिनती का कार्य शुरू करेंगे।
रत्न भंडार के मरम्मत कार्य का समय पर पूरा होना मंदिर की सुरक्षा और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के लिए एक अहम कदम होगा।