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राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू
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गोपबंधु जन आरोग्य योजना के साथ होगी एकीकृत
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हर पंचायत में बनेंगे आयुष्मान भारत मंदिर – मोहन माझी
भुवनेश्वर। ओडिशा में डबल इंजन की सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं का नया अध्याय शुरू हो गया है। राज्य में आयुष्मान भारत योजना ने दस्तक दे दी है और इसे गोपबंधु जन आरोग्य योजना के एकीकृत किया जायेगा। साथ ही हर पंचायत में आयुष्मान भारत मंदिर का निर्माण होगा।
ओडिशा सरकार ने सोमवार को आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) को राज्य की गोपबंधु जन आरोग्य योजना के साथ एकीकृत करने के लिए केंद्र सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने ट्विट कर ओडिशा की हर पंचायत में ‘आयुष्मान भारत मंदिर’ स्थापित किए जाने की घोषणा की, जो ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
आयुष्मान भारत मंदिर में प्रशिक्षक होंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक आयुष्मान भारत मंदिर में प्रशिक्षक मौजूद होंगे और स्वास्थ्य सेवाओं के साथ अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। यह पहल राज्य में स्वास्थ्य क्षेत्र को नई ऊंचाई देने और जरूरतमंदों तक गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा पहुंचाने के उद्देश्य से की जा रही है।
1.3 करोड़ परिवारों को मिलेगा लाभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना से ओडिशा में 1.3 करोड़ परिवारों के करीब 3 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे। योजना के तहत देशभर के 30,000 से अधिक सरकारी और निजी अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी।
स्वास्थ्य क्षेत्र में व्यापक सुधार का संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से ‘विकसित ओडिशा 2036’ और ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्यों को प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त होगा। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
यह कदम ओडिशा की स्वास्थ्य संरचना को सुदृढ़ करने और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को राहत प्रदान करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
नड्डा और माझी की उपस्थिति में समझौता
यह समझौता ओडिशा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव अश्वथी एस और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के सीईओ एल एस चांगसन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री केवी सिंहदेव और ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग की उपस्थिति में किया।
इसके साथ ही ओडिशा आयुष्मान भारत योजना लागू करने वाला देश का 34वां राज्य/केंद्रशासित प्रदेश बन गया है। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को व्यापक स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करेगी।
योजना की मुख्य विशेषताएं
• स्वास्थ्य कवरेज: हर परिवार को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य कवरेज मिलेगा, जिसमें महिलाओं के लिए अतिरिक्त 5 लाख रुपये का लाभ होगा।
• एकल स्वास्थ्य कार्ड: एकीकृत योजना के तहत लाभार्थियों को द्विभाषी स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किया जाएगा।
• कैशलेस इलाज: देशभर के 30,000 से अधिक अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी।
• पूर्व-और-उत्तर अस्पताल खर्च: अस्पताल में भर्ती से 3 दिन पहले और छुट्टी के बाद 15 दिनों तक के खर्च जैसे जांच और दवाएं योजना में शामिल हैं।
• कहीं भी पोर्टेबिलिटी: लाभार्थी किसी भी सूचीबद्ध सार्वजनिक या निजी अस्पताल में इलाज करवा सकते हैं।
जल्द ही स्वास्थ्य कार्ड
चांगसन ने कहा कि इस योजना के तहत ओडिशा में कुल 1.03 करोड़ परिवार, जिनका डेटा राज्य सरकार द्वारा साझा किया गया है, इस योजना के अंतर्गत कवर किए जाएंगे। इनमें से 67.8 लाख परिवारों को केंद्र सरकार द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी। चांगसन ने बताया कि जल्द ही प्रिंट कर स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए जाएंगे। इसके अलावा, सामाजिक सुरक्षा योजना प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (पीएमवीवीवाई) को भी इस योजना में एकीकृत किया जाएगा।
स्वास्थ्य संरचना को मिलेगा बढ़ावा
इस योजना के क्रियान्वयन से राज्य की स्वास्थ्य संरचना को मजबूत करने, रोगियों की देखभाल में सुधार करने और परिवारों के चिकित्सा खर्च को कम करने की उम्मीद है।
बीजद सरकार ने किया था इनकार
पूर्व बीजद सरकार ने आयुष्मान भारत योजना को लागू करने से इनकार कर दिया था और अपनी योजना ‘बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना’ को बेहतर बताते हुए इसे प्राथमिकता दी थी। नई सरकार ने इसे ‘गोपबंधु जन आरोग्य योजना’ के रूप में पुनः नामित कर केंद्र की योजना के साथ एकीकृत कर दिया।
यह पहल ओडिशा की स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाने और देश के अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।