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ओडिशा स्वास्थ्य विभाग की अहम बैठक 15 को
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सभी जिलों की तैयारियों पर दिया जाएगा विशेष ध्यान
भुवनेश्वर। ओडिशा राज्य स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में मानव मेटाप्नेयूमोवायरस (एचएमपीवी) से जुड़ी चिंताओं पर चर्चा के लिए 15 जनवरी को एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी जिलों की तैयारियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
बैठक में केंद्र सरकार द्वारा जारी किसी भी दिशा-निर्देश की संभावना को ध्यान में रखते हुए रणनीतिक कदम उठाए जाने की उम्मीद है। स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव डॉ विजय महापात्र ने कहा कि एचएमपीवी से संबंधित लक्षणों में सर्दी, बुखार, खांसी और यहां तक कि निमोनिया भी शामिल हो सकते हैं।
सभी जिलों को सतर्क रहने के निर्देश
राज्य सरकार ने इन स्वास्थ्य खतरों से निपटने की अपनी तैयारी का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि सभी जिलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं और निगरानी अभियान सक्रिय रूप से चल रहा है। अस्पतालों में आवश्यक दवाओं और ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की गई है, जो कोविड महामारी के दौरान जुटाई गई थी।
डॉ मोहपात्र ने यह भी कहा कि हम भारत सरकार के तकनीकी सलाहकार समूह से दिशा-निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही कोई एडवाइजरी जारी होगी, हम उचित कदम उठाएंगे।
विशेषज्ञों और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के परामर्श से आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। हालांकि, एचएमपीवी के लिए कोई विशेष उपचार उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसका इलाज निमोनिया जैसे लक्षणों के आधार पर किया जाएगा।
इस बैठक से राज्य में एचएमपीवी से जुड़े संभावित खतरे से निपटने के लिए ठोस योजना तैयार होने की उम्मीद है।
केंद्र से नहीं आयी कोई गाइडलाइन
स्वास्थ्य विभाग के विशेष व सचिव डॉ विजय महापात्र ने कहा कि अभी तक एचएमपीवी वायरस को लेकर केंद्र से गाइडलाइन का इंतजार किया जा रहा है। गाइडलाइन आने के बाद राज्य सरकार अगली कार्ययोजना अपनाएगी। अभी तक केंद्र से कोई गाइडलाइन नहीं आई है, लेकिन राज्य पूरी तरह तैयार है। निगरानी प्रक्रिया चल रही है और जिलों को भी निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। अस्पतालों में पर्याप्त दवाएं और ऑक्सीजन का भंडारण है।