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किसी भी परेशानी में प्रवासी ओड़िया कर सकते हैं संपर्क – मनोज आहूजा
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ओडिशा में निवेश के लिए 3-टी मॉडल पर जोर
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ओडिशा में निवेश के लिए असीम संभावनाएं – अरूण चटर्जी
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प्रवासी भारतीय दिवस के तहत युवा जोड़ने का चल रहा है अभियान
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चलो भारत अभियान से प्रवासी युवाओं को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं मोदी
भुवनेश्वर। ओडिशा में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के द्वारा स्थापित शिकायत कक्ष अब प्रवासी ओड़ियों लोगों की मदद के लिए उपलब्ध होगा। किसी भी विकट परिस्थित या किसी जरूरत के लिए प्रवासी ओड़िया इस कक्ष से संपर्क स्थापित कर सकते हैं।
यह जानकारी शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में ओडिशा के मुख्य सचिव मनोज आहूजा ने दी। उन्होंने बताया कि यह कक्ष लोगों की मदद के लिए स्थापित किया गया है।
18वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) समारोह के समापन के बाद शुक्रवाक को जनता मैदान में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ओडिशा के मुख्य सचिव मनोज आहूजा और विदेश मंत्रालय के सचिव (सीपीयू और ओआईए) अरुण कुमार चटर्जी ने ओडिशा में निवेश और 3-टी (ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म) मॉडल की संभावनाओं पर चर्चा की।
मनोज आहूजा और अरुण कुमार चटर्जी ने कहा कि ओडिशा में निवेश के लिए असीम संभावनाएं हैं। 3-टी मॉडल के जरिए राज्य में व्यापार, प्रौद्योगिकी और पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रवासी भारतीयों के अनुभव बहुत सकारात्मक रहे हैं। हमारी कोशिश है कि राज्य में निवेश के लिए और अधिक प्रवासियों को आकर्षित किया जाए।
मनोज आहूजा ने बताया कि विदेश में बसे ओडिशा के लोग और अन्य प्रवासी भारतीय राज्य के विकास में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने एक नोडल मंत्री नियुक्त करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यदि विदेशों में किसी भी ओड़िया को किसी भी प्रकार से परेशानी हो रही है, तो इसके लिए मुख्यमंत्री द्वारा स्थापित शिकायत निवारण प्रणाली सीधे नोडल मंत्री से संपर्क कर सकते हैं।
युवाओं को जोड़ने के लिए अभियान
अरुण कुमार चटर्जी ने ‘चलो इंडिया अभियान’ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक कार्यक्रम 20 से 25 दिनों तक चलने वाला है, जिसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है। युवाओं को भारत की संस्कृति और विकास से जोड़ने के लिए यह एक बेहतरीन पहल है। सरकार ने इसे 21 दिन के प्रायोगिक कार्यक्रम के रूप में शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए फंडिंग भारत सरकार कर रही है।
प्रवासी भारतीयों के लिए खास सुविधाएं
चटर्जी ने बताया कि भारत सरकार प्रवासी भारतीयों के लिए ‘चलो इंडिया’ अभियान के तहत पर्यटन को बढ़ावा देने पर काम कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि करीब 7500 प्रवासी भारतीय इस कार्यक्रम का हिस्सा बने।
ब्लू-कॉलर श्रमिकों के लिए भी योजना
मनोज आहूजा ने ब्लू-कॉलर श्रमिकों के लिए योजनाओं की बात करते हुए कहा कि उनकी गणना और स्थानों के अनुसार कार्य सुनिश्चित करने पर विचार किया जा रहा है। यह कदम उनके जीवन को बेहतर बनाने में सहायक होगा।
संवाददाता सम्मेलन के दौरान अधिकारियों ने ओडिशा की क्षमता, निवेश की संभावनाओं और प्रवासी भारतीयों के साथ संबंधों को मजबूत करने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों पर विस्तार से जानकारी दी।
इस मौके पर ओडिशा सरकार के सूचना और जनसंपर्क विभाग के निदेशक सरोज सामल, प्रधान सचिव संजय सिंह, रणधीर जायसवाल, संयुक्त सचिव (एक्सएफ) विदेश मंत्रालय तथा एक बनर्जी विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव भी उपस्थित थे।
यह जानकारी शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में ओडिशा के मुख्य सचिव मनोज आहूजा ने दी। उन्होंने बताया कि यह कक्ष लोगों की मदद के लिए स्थापित किया गया है।
18वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) समारोह के समापन के बाद शुक्रवाक को जनता मैदान में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ओडिशा के मुख्य सचिव मनोज आहूजा और विदेश मंत्रालय के सचिव (सीपीयू और ओआईए) अरुण कुमार चटर्जी ने ओडिशा में निवेश और 3-टी (ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म) मॉडल की संभावनाओं पर चर्चा की।
मनोज आहूजा और अरुण कुमार चटर्जी ने कहा कि ओडिशा में निवेश के लिए असीम संभावनाएं हैं। 3-टी मॉडल के जरिए राज्य में व्यापार, प्रौद्योगिकी और पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रवासी भारतीयों के अनुभव बहुत सकारात्मक रहे हैं। हमारी कोशिश है कि राज्य में निवेश के लिए और अधिक प्रवासियों को आकर्षित किया जाए।
मनोज आहूजा ने बताया कि विदेश में बसे ओडिशा के लोग और अन्य प्रवासी भारतीय राज्य के विकास में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने एक नोडल मंत्री नियुक्त करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यदि विदेशों में किसी भी ओड़िया को किसी भी प्रकार से परेशानी हो रही है, तो इसके लिए मुख्यमंत्री द्वारा स्थापित शिकायत निवारण प्रणाली सीधे नोडल मंत्री से संपर्क कर सकते हैं।
युवाओं को जोड़ने के लिए अभियान
अरुण कुमार चटर्जी ने ‘चलो इंडिया अभियान’ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक कार्यक्रम 20 से 25 दिनों तक चलने वाला है, जिसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है। युवाओं को भारत की संस्कृति और विकास से जोड़ने के लिए यह एक बेहतरीन पहल है। सरकार ने इसे 21 दिन के प्रायोगिक कार्यक्रम के रूप में शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए फंडिंग भारत सरकार कर रही है।
प्रवासी भारतीयों के लिए खास सुविधाएं
चटर्जी ने बताया कि भारत सरकार प्रवासी भारतीयों के लिए ‘चलो इंडिया’ अभियान के तहत पर्यटन को बढ़ावा देने पर काम कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि करीब 7500 प्रवासी भारतीय इस कार्यक्रम का हिस्सा बने।
ब्लू-कॉलर श्रमिकों के लिए भी योजना
मनोज आहूजा ने ब्लू-कॉलर श्रमिकों के लिए योजनाओं की बात करते हुए कहा कि उनकी गणना और स्थानों के अनुसार कार्य सुनिश्चित करने पर विचार किया जा रहा है। यह कदम उनके जीवन को बेहतर बनाने में सहायक होगा।
संवाददाता सम्मेलन के दौरान अधिकारियों ने ओडिशा की क्षमता, निवेश की संभावनाओं और प्रवासी भारतीयों के साथ संबंधों को मजबूत करने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों पर विस्तार से जानकारी दी।
इस मौके पर ओडिशा सरकार के सूचना और जनसंपर्क विभाग के निदेशक सरोज सामल, प्रधान सचिव संजय सिंह, रणधीर जायसवाल, संयुक्त सचिव (एक्सएफ) विदेश मंत्रालय तथा एक बनर्जी विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव भी उपस्थित थे।