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मंत्रियों से लेकर अन्य प्रतिभागियों ने इसे सराहा
भुवनेश्वर। अठारहवें प्रवासी भारतीय दिवस समारोह में भुवनेश्वर के जनता मैदान में ओडिशा की कला, संस्कृति और विरासत का भव्य प्रदर्शन किया गया।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री म धर्मेंद्र प्रधान और हरियाणा के पर्यटन मंत्री कंवर पाल गुज्जर ने ओडिशा प्रदर्शनी हॉल का दौरा किया और राज्य की समृद्ध परंपराओं के अद्वितीय प्रदर्शन की सराहना की।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इस प्रदर्शनी ने ओडिशा की सांस्कृतिक आत्मा को खूबसूरती से चित्रित किया है और सभी के दिलों को जीत लिया है। यह ओडिशा की गौरवशाली विरासत को उजागर करने और इसे वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने का एक सराहनीय प्रयास है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह प्रदर्शनी न केवल ओडिशा की कला और संस्कृति को बढ़ावा देती है, बल्कि इसकी वैश्विक पहचान सुनिश्चित करती है और राज्य की अनूठी विरासत पर गर्व को बढ़ाती है।
प्रदर्शनी में भगवान जगन्नाथ संस्कृति, माणबसा गुरुवार, दोल पूर्णिमा और ओडिशा की चिरकालिक समुद्री परंपरा पर आधारित थीमेटिक प्रदर्शन किए गए।
इसके अतिरिक्त, प्रदर्शनी हॉल में ओडिशा की सांस्कृतिक विविधता जैसे शास्त्रीय और लोक नृत्य, पारंपरिक शिल्प और त्योहारों को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया। इसमें ओडिशा के इतिहास का विस्तृत चित्रण किया गया, जिसमें कलिंग युद्ध, पाइक विद्रोह और 1936 में एक अलग राज्य के रूप में ओडिशा की मान्यता की यात्रा शामिल थी।
ओडिशा की सांस्कृतिक समृद्धि को रथ यात्रा, सुनाबेश और प्रतिष्ठित कोणार्क चक्र की तस्वीरों के माध्यम से भी प्रदर्शित किया गया।
प्रदर्शनी में पिपिलि क चांदुआ, पट्टचित्र, संबलपुरी साड़ियां और पारंपरिक हथकरघा जैसे प्रसिद्ध हस्तशिल्पों के साथ-साथ ओडिशा की जनजातीय विरासत, स्थानीय शिल्प और संगीत को भी प्रदर्शित किया गया।
इसके अतिरिक्त, “साधवों” की प्राचीन समुद्री व्यापार यात्राओं का डिजिटल प्रतिनिधित्व विशेष आकर्षण का केंद्र बना।
ओडिशा के इतिहास, त्योहारों और पर्यटन स्थलों पर आधारित एक डिजिटल प्रश्नोत्तरी अनुभाग ने प्रवासी भारतीयों सहित आगंतुकों के लिए एक अनोखा अनुभव प्रदान किया।
ओडिया भाषा और साहित्य विभाग ने ओडिशा पर एक व्यापक डिजिटल विश्वकोश भी प्रस्तुत किया, जो प्रवासी भारतीयों को गहन जानकारी प्रदान करता है।
ओडिशा प्रदर्शनी हॉल राज्य की जीवंत परंपराओं का प्रमाण है, जिसने आगंतुकों को इसकी सांस्कृतिक भव्यता का समग्र अनुभव प्रदान किया। अभिनव प्रदर्शनों और इंटरैक्टिव तत्वों के माध्यम से प्रदर्शनी इस साल के प्रवासी भारतीय दिवस में आकर्षण का केंद्र बना ।