भुवनेश्वर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को भुवनेश्वर में आयोजित 18वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन के समापन पर 27 लोगों को प्रतिष्ठित प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रदान किए।
राष्ट्रपति ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कांगालू का उल्लेख किया, जिन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रवासी भारतीयों को दिया जाने वाला सबसे बड़ा सम्मान है। इस पुरस्कार के माध्यम से भारतीय प्रवासी समुदाय की विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियों को मान्यता दी जाती है।
इन पुरस्कारों के लिए विजेताओं का चयन उपराष्ट्रपति की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा किया गया। इस समिति में विदेश मंत्री उपाध्यक्ष के रूप में शामिल हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू ने प्रवासी भारतीय समुदाय के उत्कृष्ट योगदान की सराहना की और कहा कि इन व्यक्तियों की उपलब्धियां न केवल उनके देशों में बल्कि भारत का भी गौरव बढ़ाती हैं।
भारतीय सम्मान से सम्मानित
प्रो अजय राणे
डॉ. मारियालेना जॉन फर्नाडीस
डॉ फिलोमेना एन मोहिनी हैरिस
स्वामी संयुक्तानंद
सरस्वती विद्या निकेतन
डॉ लेख राज जुनेजा
डॉ. प्रेम कुमार
सौक्तवी चौधरी
कृष्णा सावजानी
‘तन श्री’ डॉ. सुब्रमण्यम के. वी. सथाशिवम
डॉ. सरिता बुधू
अभय कुमार
डॉ राम निवास ह्ला तुन
जगन्नाथ शेखर अस्थाना
हिंदुस्तानी समाज
सुधा रानी गुप्ता
डॉ सैयद अनवर खुर्शीद
अतुल अरविन्द तेमुर्निकर
रॉबर्ट मसीह नाहर
डॉ कौशिक लक्ष्मीदास रमैया
महामान्या क्रिस्टीन कार्ला कंगालू ओआरटीटी
रामकृष्णन शिवास्वामी अय्यर
बोंथला सुब्बैया सेट्टी रमेश बाबू
बैरोनेस. उषा कुमारी पराशर
डॉ शरद लखनपाल
डॉ. शर्मिला फोर्ड
रवि कुमार एस