भुवनेश्वर। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने महिला सशक्तिकरण को देश के विकास का आधार बताते हुए कहा कि नारी शक्ति को समझना या बढ़ावा देना कोई रॉकेट साइंस नहीं है। इसे केवल सही दिशा, अवसर और समर्थन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं समाज के हर क्षेत्र में समान रूप से भाग लेंगी, तभी भारत एक विकसित राष्ट्र बनने के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकेगा।
जयशंकर ने कहा कि आज महिलाओं को समान अवसर देना बेहद जरूरी है।
जयशंकर ने कहा कि अगर भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाना है, तो महिलाओं को नेतृत्व की भूमिकाओं में लाना होगा। उन्होंने कहा कि महिलाएं केवल घर तक सीमित न रहें, उन्हें नेतृत्व, उद्यमिता और हर क्षेत्र में समान भागीदारी मिलनी चाहिए।
सामाजिक चुनौतियों का समाधान
महिलाओं के समक्ष आने वाली चुनौतियों, जैसे लैंगिक भेदभाव, संसाधनों की कमी, और मानसिकता की बाधाओं को समाप्त करना जरूरी है। जयशंकर ने कहा कि महिला सशक्तिकरण तभी सफल होगा, जब समाज की सोच बदलेगी और महिलाओं को बराबरी का हक मिलेगा।
साझा प्रयास की जरूरत
जयशंकर ने जोर देकर कहा कि महिला सशक्तिकरण केवल सरकार का काम नहीं है। समाज, निजी क्षेत्र, और समुदाय को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति को बढ़ावा देना केवल महिलाओं का विषय नहीं है, यह पूरे समाज की प्रगति का मुद्दा है।
नारी शक्ति केवल एक विचार नहीं, बल्कि एक क्रांति
जयशंकर ने जोर देकर कहा कि नारी शक्ति केवल एक विचार नहीं, बल्कि एक क्रांति है, जो देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकती है। अगर हम महिलाओं को समान अवसर दें, तो देश का भविष्य उज्ज्वल होगा।
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