-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के साथ इस मुद्दे पर की विस्तार से चर्चा
भुवनेश्वर। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को कहा कि अगले दो से तीन वर्षों में ओडिशा को मेगा आईटी हब में बदल दिया जाएगा।
मीडिया से बात करते हुए वैष्णव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार, उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के साथ इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की है।
वैष्णव ने कहा कि हम ओडिशा को दो से तीन वर्षों में मेगा आईटी हब में बदल देंगे। युवाओं को सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, एआई, लेटेस्ट मशीन लर्निंग, एलओटी और इंडस्ट्री 4.0 जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण देकर तैयार किया जाएगा।
‘चिप टू स्टार्टअप’ कार्यक्रम का विस्तार
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि ‘चिप टू स्टार्टअप’ कार्यक्रम ओडिशा के चार प्रमुख तकनीकी संस्थानों में चलाया जा रहा है। ये संस्थान हैं:
आईआईटी भुवनेश्वर
एनआईटी राउरकेला
आईआईआईटी भुवनेश्वर
परला महाराजा इंजीनियरिंग कॉलेज, ब्रह्मपुर
इस कार्यक्रम के माध्यम से ओडिशा में आईटी स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया जाएगा।
विश्वस्तरीय आईटी प्रशिक्षण संस्थान की योजना
वैष्णव ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ओडिशा में एक विश्वस्तरीय आईटी प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करने की योजना बना रही है। मुख्यमंत्री माझी ने इसके लिए उपयुक्त भूमि और हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री माझी ने राज्य में सेमीकंडक्टर उद्योग स्थापित करने के लिए केंद्रीय मंत्री से सहयोग का अनुरोध किया है।
रेलवे विकास में 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश
वैष्णव ने बताया कि 2024 के आम चुनावों के दौरान बीजेपी सरकार ने ओडिशा में रेलवे के विकास के लिए 1 लाख करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया था। उन्होंने जानकारी दी कि राज्य में 73,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं पर काम प्रगति पर है।
मंत्री ने बताया कि 2014 से 2024 के बीच ओडिशा में 1,827 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का निर्माण किया गया, जो श्रीलंका के पूरे रेलवे नेटवर्क से अधिक है। इस दौरान 427 रेल अंडर-ब्रिज भी बनाए गए।
वंदे भारत और अमृत भारत स्टेशन योजना का विस्तार
राज्य में वर्तमान में छह वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं, और 59 रेलवे स्टेशनों को ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत अपग्रेड किया जाएगा।
वैष्णव ने यह भी कहा कि अगले पांच वर्षों में ओडिशा में कई नई रेलवे परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।