भुवनेश्वर के जनता मैदान में इस बार का प्रवासी भारतीय दिवस समारोह भव्यता और भारतीय संस्कृति की छवि को प्रदर्शित करने के लिए प्रसिद्ध ‘भारत मंडपम’ के स्वरूप में सजाया गया है। इसमें देश-विदेश से आए प्रवासी भारतीयों ने अवलोकन किया, जहां सनातन संस्कृति, भारतीय कला, और परंपराओं का अद्भुत प्रदर्शन किया गया।
‘भारत मंडपम’ में विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासत, कला, और परंपराओं को दर्शाने वाले स्टॉल और प्रदर्शनियां लगाई गई हैं। महाप्रभु श्री जगन्नाथ की रथयात्रा की झलक, रामायण पर आधारित झांकियां और भारत के विविध रंगों को प्रदर्शित करने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य आकर्षण बने।
आधुनिकता और परंपरा का संगम
भारत मंडपम के स्वरूप में सजे जनता मैदान ने आधुनिक तकनीक और पारंपरिक सजावट का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया। डिजिटल डिस्प्ले, इंटरएक्टिव गैलरी, और लाइव प्रदर्शनों के जरिए भारतीय संस्कृति को नए तरीके से पेश किया गया।
भुवनेश्वर में आयोजन के महत्व पर जोर
वक्ताओं ने कहा कि भुवनेश्वर, जो कि इतिहास और परंपरा का अद्वितीय केंद्र है, इस समारोह के लिए उपयुक्त स्थल है। यहां की समृद्ध संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व ने प्रवासी भारतीय दिवस को और अधिक खास बना दिया।
यह आयोजन न केवल भारत की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करने का मंच बना, बल्कि प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद और सहयोग के नए अवसर भी प्रदान किए। जनता मैदान में भारत मंडपम के रूप में इस समारोह ने भुवनेश्वर को वैश्विक सांस्कृतिक मानचित्र पर और मजबूती से स्थापित किया।