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लोगों को घबराने की जरूरत नहीं : स्वास्थ्य मंत्री
भुवनेश्वर। राज्य के कुछ हिस्सों में ह्यूमन मेटाप्नेमोवायरस (एचएमपीवी) संक्रमण की खबरों के बीच, राज्य सरकार ने जनता को आश्वस्त किया है कि राज्य में अब तक इस संक्रमण का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है, इसलिए चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
राज्य के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डा मुकेश महालिंग ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में बताया कि ओडिशा में एचएमपीवी संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है। इसलिए लोगों को घबराने की बिल्कुल आवश्यकता नहीं है। स्वास्थ्य विभाग किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किसी भी दिशा-निर्देश या मानक संचालन प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि भारत में स्थिति वर्तमान में नियंत्रण में है और देशभर में केवल तीन से चार स्थानों पर ही एचएमपीवी के मामले सामने आए हैं।
डा महालिंग ने बताया कि मैंने इस मुद्दे पर राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों से पहले ही चर्चा कर ली है। विशेष चिकित्सा टीमों को तैयार रखा गया है, जो आवश्यकता पड़ने पर एचएमपीवी संक्रमण का इलाज करने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं। किसी भी आपात स्थिति में, राज्य और केंद्र सरकारें मिलकर स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटेंगी।
मंत्री ने नागरिकों से आग्रह किया कि अगर उन्हें खांसी, सर्दी या बुखार जैसे लक्षण महसूस हों, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
उन्होंने कहा कि यदि किसी को खांसी, सर्दी या बुखार जैसे लक्षण दिखाई दें, तो प्राथमिक उपचार के लिए तुरंत अस्पताल जाएं। हम नमूना परीक्षण के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अब तक भारत में एचएमपीवी के मामले बहुत कम हैं। राज्य और केंद्र सरकारें किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
इससे पहले ओडिशा स्वास्थ्य विभाग ने देश के अन्य क्षेत्रों में एचएमपीवी मामलों की रिपोर्ट के बाद भुवनेश्वर के लोक सेवा भवन में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की।
बैठक में स्वास्थ्य सचिव, स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक, सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक और स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल थे। बैठक में राज्य में संभावित एचएमपीवी मामलों से निपटने के लिए रोकथाम के उपायों और तैयारियों पर चर्चा की गई।