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भारतीय रेलवे का विकास को बहुत महत्वपूर्ण बताया
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विभिन्न रेल परियोजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रखी
भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से ओडिशा में रायगड़ा की आधारशिला रखने के साथ-साथ विभिन्न रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। प्रधानमंत्री ने नए जम्मू रेलवे डिवीजन का उद्घाटन किया। उन्होंने पूर्व तटीय रेलवे के रायगड़ा रेलवे मंडल भवन की आधारशिला भी रखी और तेलंगाना में चरलापल्ली नए टर्मिनल स्टेशन का उद्घाटन किया।
श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती के अवसर पर सबको अपनी शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि गुरु गोविंद सिंह की शिक्षाएं और जीवन एक सुदृढ़ और समृद्ध राष्ट्र के दृष्टिकोण के लिए प्रेरित करते हैं। आवागमन संपर्क में भारत की तेज प्रगति की सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि 2025 के आरंभ में ही भारत ने अपने मेट्रो रेल नेटवर्क को 1000 किलोमीटर से अधिक तक विस्तारित करने के साथ अपनी पहल को गति दे दी है। उन्होंने कल दिल्ली मेट्रो परियोजनाओं के शुभारंभ के साथ-साथ दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में नमो भारत ट्रेन के उद्घाटन का उल्लेख किया। श्री मोदी ने कहा कि आज का कार्यक्रम इस बात को फिर प्रमाणित करता है कि सारा देश एक साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहा है और जम्मू-कश्मीर, ओडिशा और तेलंगाना में आरंभ की गई रेल परियोजनाएं देश के उत्तर, पूर्व और दक्षिण क्षेत्रों के लिए आधुनिक आवागमन संपर्क की एक बड़ी उपलब्धि है। प्रधानमंत्री ने फिर दोहराया कि सबका साथ, सबका विकास का मंत्र विकसित भारत की भविष्यदृष्टि को वास्तविकता में बदल रहा है। उन्होंने इन परियोजनाओं के लिए संबंधित राज्यों के लोगों और देश के सभी नागरिकों को बधाई दी।
आधुनिक रेल नेटवर्क पर चल रहा काम
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में समर्पित माल ढुलाई गलियारे जैसे आधुनिक रेल नेटवर्क पर तेजी से काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि ये विशेष गलियारे नियमित पटरियों पर बोझ कम करेंगे और उच्च गति की रेल गाड़ियो का अधिक परिचालन होगा। श्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि मेड इन इंडिया को बढ़ावा देने के साथ रेलवे में भी परिवर्तनकारी सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि मेट्रो और रेलवे के लिए आधुनिक कोच विकसित किए जा रहे हैं।
पुनर्विकसित हो रहे स्टेशन
मोदी ने कहा कि स्टेशनों को पुनर्विकसित किया जा रहा है, स्टेशनों पर सौर पैनल लगाए जा रहे हैं और रेलवे स्टेशनों पर एक स्टेशन, एक उत्पाद की दुकानें खोली जा रही हैं। ये सभी पहल रेलवे क्षेत्र में रोजगार के लाखों नए अवसर उत्पन्न कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि पिछले एक दशक में लाखों युवाओं को रेलवे में स्थायी सरकारी नौकरियां मिली हैं। उन्होंने कहा कि नए रेल कोच बनाने वाली फैक्ट्रियों में कच्चे माल की मांग से अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार के अधिक अवसर उत्पन्न हुए हैं।
देश का पहला गति-शक्ति विश्वविद्यालय भी स्थापित
प्रधानमंत्री ने कहा कि रेल संबंधित विशेष कौशल को ध्यान में रखते हुए देश का पहला गति-शक्ति विश्वविद्यालय भी स्थापित किया गया है। रेलवे नेटवर्क के विस्तार के साथ ही नए रेल मंडल और मुख्यालय स्थापित किए जा रहे हैं, जिसका लाभ जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और लेह-लद्दाख जैसे क्षेत्रों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लाइन के साथ ही जम्मू-कश्मीर रेल बुनियादी ढांचे में नई उपलब्धि हासिल कर रहा है, जिसकी चर्चा आज पूरे देश में हो रही है। श्री मोदी ने कहा कि दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज- चिनाब ब्रिज का निर्माण पूरा होने से यह शेष भारत से इस क्षेत्र को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और लेह-लद्दाख के लोगों को काफी सुविधा होगी। मोदी ने कहा कि अंजी खड्ड ब्रिज भी इस परियोजना का हिस्सा है जो देश का पहला केबल आधारित रेलवे पुल है। उन्होंने कहा कि चिनाब ब्रिज और अंजी खड्ड पुल इंजीनियरिंग के बेजोड़ उदाहरण हैं जो क्षेत्र में आर्थिक प्रगति और समृद्धि को बढ़ावा देते हैं।
प्रधानमंत्री ने इसका उल्लेख किया कि ओडिशा में प्रचूर प्राकृतिक संसाधन और विशाल समुद्र तट है, जिससे वहां अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में 70,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई रेलवे परियोजनाएं चल रही हैं, साथ ही सात गति शक्ति कार्गो टर्मिनलों की भी स्थापना की गई है, जिससे व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिल रहा है। श्री मोदी ने कहा कि आज ओडिशा में रायगढ़ रेलवे मंडल की आधारशिला रखी गई है, जो राज्य के रेलवे अवसंरचना ढांचे को मजबूती देगा और इससे विशेष कर दक्षिण ओडिशा में पर्यटन, व्यवसाय और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा जहां बड़ी संख्या में आदिवासी परिवार रहते हैं।
चरलापल्ली नए टर्मिनल स्टेशन का उद्घाटन
प्रधानमंत्री ने तेलंगाना में चरलापल्ली नए टर्मिनल स्टेशन का उद्घाटन करते हुए आउटर रिंग रोड से जुड़कर क्षेत्रीय विकास को बढ़ाने की इसकी क्षमता का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आउटर रिंग रोड से जुड़ा यह स्टेशन क्षेत्र में विकास को काफी बढ़ावा देगा। मोदी ने स्टेशन के प्लेटफॉर्म, लिफ्ट, एस्केलेटर, सौर ऊर्जा से संचालित आधुनिक सुविधाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह संवहनीय बुनियादी ढांचे के निर्माण की दिशा में बढ़ता कदम है। उन्होंने कहा कि नया टर्मिनल सिकंदराबाद, हैदराबाद और काचीगुडा के मौजूदा स्टेशनों पर भीडभाड़ का दबाव कम करेगा जिससे लोगों की यात्रा अधिक सुविधाजनक होगी।
ऐसी परियोजनाएं जीवन को बनाती हैं सुगम
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी परियोजनाएं जीवन को सुगम बनाने के साथ ही भारत के व्यापक बुनियादी ढांचे के लक्ष्यों के साथ तालमेल बिठाते हुए व्यापार सुगमता भी बढ़ाती हैं। श्री मोदी ने कहा कि भारत अभी एक्सप्रेसवे, जलमार्ग और मेट्रो नेटवर्क सहित बड़े स्तर पर बुनियादी ढांचे का विस्तार कर रहा है।
हवाई अड्डों और मेट्रो सेवाएं का विस्तार
उन्होंने कहा कि हवाई अड्डों की संख्या 2014 में 74 से बढ़कर आज 150 से अधिक हो गई है और देश भर में मेट्रो सेवाओं का विस्तार 5 शहरों से 21 शहरों तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं विकसित भारत की दिशा में व्यापक भविष्य योजना का हिस्सा हैं, जो अब इस देश के प्रत्येक नागरिक का मिशन है। भारत की प्रगति के प्रति भरोसा व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हम सब मिलकर विकास को और गति देंगे। उन्होंने इन सभी उपलब्धियों के लिए देश के लोगों को बधाई दी और राष्ट्र निर्माण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
कार्यक्रम में केंद्रीय रेल, सूचना और प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, केंद्रीय मंत्री वी सोमन्ना, राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, केंद्रीय मंत्री बंडी संजय कुमार, ओडिशा के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति, तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी और ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।