-
प्रशासन ने दी कड़ी चेतावनी, पकड़े जाने पर होगी सख्त कार्रवाई
-
सिर्फ आनंद बाजार में महाप्रसाद के रूप में बिकेगा खाजा
पुरी। पुरी श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने खाजा को महाप्रसाद के रूप में बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रशासन ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि कोई दुकानदार या विक्रेता खाजा को महाप्रसाद बताकर बेचेगा, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
खाजा को महाप्रसाद के रूप में केवल श्री जगन्नाथ मंदिर के आनंद बाज़ार में देवताओं को अर्पित करने के बाद बेचा जा सकता है।
प्रशासन का कहना है कि कुछ दुकानदार खाजा को महाप्रसाद बताकर श्रद्धालुओं को गुमराह कर रहे थे, जिसके चलते यह सख्त फैसला लिया गया है। अब यदि कोई दुकानदार इस नियम का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और दुकान पर प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है।
‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए एसजेटीए के मुख्य प्रशासक डॉ अरविंद कुमार पाढ़ी ने कहा कि बड़दांड क्षेत्र में कुछ व्यापारी महाप्रसाद के नाम पर खाजा बेच रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि श्रद्धालुओं की भक्ति पवित्र है और इस भावना का गलत लाभ उठाने वालों को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। राज्य सरकार और मंदिर प्रशासन ने ऐसी गलत प्रथाओं को रोकने के लिए कई सुधार लागू किए हैं।
पाढ़ी ने कहा कि व्यापारियों को इस प्रथा को छोड़ने की सलाह दी गई है ताकि श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान किया जा सके।
अब आर्गेनिक चावल से बना महाप्रसाद
इसके साथ ही एसजेटीए के मुख्य प्रशासक डॉ अरविंद कुमार पाढ़ी ने कहा कि मंदिर प्रबंधन ने महाप्रसाद को आर्गेनिक चावल से तैयार करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि इसका प्रस्ताव राज्य सरकार के पास अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। वहां से अनुमोदन मिलने के बाद इसे लागू किया जायेगा।