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किसानों पर रोने का नाटक पकड़े जाने के बाद अब महंगाई नाटक : अनिल बिश्वाल
भुवनेश्वर। राजनीतिक संकट के बीच बीजू जनता दल (बीजद) अब अपने अस्तित्व को बचाने के लिए बार-बार नाटक का सहारा ले रही है। दो दिन पहले किसानों की फसल की क्षति का निरीक्षण करने के बहाने बीजू जनता दल ने जो नाटक रचा, वह पूरी तरह से उजागर हो गया है। ओडिशा के लोग देख चुके हैं कि कैसे एक बीजद नेता जींस पहनकर गाड़ी में आया, कपड़े बदलकर गमछा डाला और नवीन बाबू के पहुंचने के बाद वह किसान बनकर रोया। जब मीडिया वहां से चली गयी, तो वह अच्छा अभिनय हो गया सोचकर हंसा। ये सब घटनाएं ओडिशा के मीडिया में आ चुकी हैं।
भाजपा प्रवक्ता अनिल बिश्वाल ने बीजद के आंदोलन के पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि इन सब नाटकों को देखकर लगता है कि बीजू जनता दल और नवीन बाबू किसानों को किस तरह धोखा दे सकते हैं और उनके मन में कितनी चालाकी भरी हुई है। बीजू जनता दल के उस दिन के अभिनय को देखकर ऐसा लगता है कि उनके दल का नाम बीजू यात्रा दल होना चाहिए।
उस दिन के नाटक ने बीजू जनता दल और नवीन बाबू को जनता में हंसी का पात्र बना दिया। अब वे महंगाई बढ़ी है कहकर नया नाटक रच रहे हैं, ताकि दो दिन पहले रचे गए पुराने नाटक से ध्यान हटाया जा सके।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता बिश्वाल ने कहा कि अप्रैल 2024 में सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों में बताया गया कि ओडिशा की महंगाई दर देश में पहले स्थान पर थी। सिर्फ इतना ही नहीं, उस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि ओडिशा लगभग एक साल तक महंगाई दर में देश में सबसे आगे था। उस समय राज्य के मुख्यमंत्री कौन थे? नवीन बाबू का यह कौन सा सुशासन था, इसे बीजू जनता दल को स्पष्ट करना चाहिए।
पिछले 24 सालों से नवीन बाबू सरकार में थे। आलू, प्याज, टमाटर, लहसून जैसी चीजों के उत्पादन के लिए बीजद सरकार ने कोई कदम नहीं उठाए। बल्कि आलू मिशन और प्याज मिशन के नाम पर करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया गया। बीजद को पहले राज्यवासियों को जवाब देना चाहिए कि आज ओडिशा आलू, प्याज, टमाटर, लहसून के लिए अन्य राज्यों पर निर्भर क्यों है?
अपना पाप दूसरों के सिर पर मढ़ने की पुरानी आदत शायद नवीन बाबू नहीं छोड़ पाए हैं। जब नवीन बाबू मुख्यमंत्री थे, तब ओडिशा की महंगाई दर 7.7% से अधिक थी। अब यह 1% घटकर 6.7% हो गई है। नवीन बाबू के मुख्यमंत्री रहने के दौरान सालाना औसतन आलू की कीमत में 53%, टमाटर में 42%, और प्याज में 36% की बढ़ोतरी होती थी। यह तथ्य शायद बीजू जनता दल के नेताओं को याद नहीं है।