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एसटीए ने आईआईटी मद्रास के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
भुवनेश्वर। सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक बड़े कदम के तहत राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) ने आईआईटी मद्रास के साथ साझेदारी की है। इस पहल का उद्देश्य पूरे राज्य में नवाचारी सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) रणनीतियों और सड़क सुरक्षा उपायों को लागू करना है। यह महत्वपूर्ण साझेदारी वाणिज्य एवं परिवहन, तथा इस्पात एवं खनन मंत्री श्री बिभूति भूषण जेना की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर के साथ औपचारिक रूप से शुरू हुई।
यह साझेदारी सुरक्षित, स्मार्ट और अधिक स्थायी परिवहन प्रणाली के माध्यम से विकसित ओडिशा के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। आईआईटी मद्रास की सड़क सुरक्षा तकनीक और संचार में विशेषज्ञता का लाभ उठाकर, एसटीए का लक्ष्य प्रभावशाली आईईसी अभियान विकसित करना है, जो नागरिकों को सुरक्षित सड़क प्रथाओं और व्यवहार अपनाने के लिए सशक्त बनाएगा।
इस सहयोग का केंद्रबिंदु सड़क सुरक्षा के 4ई मॉडल को लागू करना होगा—इंजीनियरिंग (सड़क और वाहन डिजाइन), प्रवर्तन, आपातकालीन देखभाल और शिक्षा, जिसमें सहानुभूति (मानवीय पहलुओं) पर विशेष जोर दिया जाएगा, ताकि सुरक्षा को व्यापक और प्रभावी ढंग से संबोधित किया जा सके। इस अवसर पर मंत्री जेना ने इस साझेदारी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि आईआईटी मद्रास के साथ सहयोग, ओडिशा की सड़कों को सुरक्षित बनाने के सरकार के मिशन का एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा कि आधुनिक शोध को व्यावहारिक, समुदाय-केंद्रित आईईसी रणनीतियों के साथ जोड़कर, हम विकसित ओडिशा के अपने दृष्टिकोण की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं। एक ऐसा राज्य जहां हर नागरिक के लाभ के लिए सुरक्षा और नवाचार सह-अस्तित्व में हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले वर्ष सड़क दुर्घटनाओं और मौतों के आंकड़ों को प्रस्तुत करते हुए, श्री जेना ने संकेत दिया कि एमओयू में उल्लिखित पहलों का उद्देश्य आधुनिक तकनीक, रीयल-टाइम डेटा, और प्रभावी संचार उपकरणों का उपयोग करके उच्च-जोखिम समूहों को लक्षित करना और सड़क सुरक्षा में दीर्घकालिक व्यवहार परिवर्तन को बढ़ावा देना है।
राज्य भर में सड़क दुर्घटनाओं और मौतों को कम करने के लिए शैक्षिक सामग्री, कार्यशालाओं और व्यापक अभियानों को लागू किया जाएगा, जबकि लक्षित आउटरीच प्रयास स्कूल बच्चों से लेकर पेशेवर ड्राइवरों तक विभिन्न समूहों को शामिल करेंगे।
वाणिज्य एवं परिवहन विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती उषा पाढी ने कहा कि यह सहयोग ओडिशा सरकार की सड़क सुरक्षा में सुधार, नवाचार को बढ़ावा देने, और एक सतत, सुरक्षित शहरी गतिशीलता पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
परिवहन आयुक्त अमिताभ ठाकुर ने प्रारंभिक वक्तव्य जिया और आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर वेंकटेश बालसुब्रमण्यम ने भी कार्यक्रम में अपने विचार साझा किए। वाणिज्य एवं परिवहन विभाग, आईआईटी मद्रास और अन्य हितधारकों के वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।