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राज्यसभा में राष्ट्रपति मुर्मू पर की गई टिप्पणी को लेकर आलोचना की
भुवनेश्वर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्यसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर बीजद सांसद सुलता देव द्वारा की गई टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। भाजपा प्रवक्ता अनिल बिश्वाल ने सुलता देव के बयान पर उन्हें आड़े हाथों लिया है।
उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ओडिशा का गौरव हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद उन्हें पूरे देश में जो सम्मान और प्रशंसा मिली है, वह ओडिशा के लोगों के लिए गर्व की बात है। जिस प्रकार बीजद की एक राज्यसभा सांसद ने द्रौपदी मुर्मू को तुच्छ राजनीति में घसीटा और उनकी आलोचना करते हुए गरिमा बनाए रखने में असफल रहीं, उसने ओडिशावासियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
नवीन पटनायक चुप्पी तोड़ें – अनिल
उन्होंने आगे सवाल उठाया कि प्रश्न यह है कि क्या यह संबंधित राज्यसभा सांसद का व्यक्तिगत विचार है या बीजद प्रमुख नवीन पटनायक भी इस विचार से सहमत हैं? यदि नहीं, तो नवीन बाबू चुप क्यों हैं? कुछ दिन पहले बीजद के एक और राज्यसभा सांसद ने प्रसिद्ध ओड़िया भजन ‘अहे दयामय विश्व बिहारी’ का अपमान किया था। उस समय भी नवीन बाबू ने चुप्पी साध ली थी। क्या उन्होंने अपने राज्यसभा सांसदों को ओड़िया गौरव और सम्मान का अपमान करने के निर्देश दिए हैं?
उन्होंने आगे कहा कि बीजद सरकार के समय पहले भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भाषण के दौरान बार-बार बिजली कटने की घटनाएं हुईं। अब राज्यसभा में उनका अपमान करने का एक और प्रयास किया गया है। ये कार्य किसी आदर्श राजनीतिक दल की विशेषता नहीं हैं।
राष्ट्रपति की चुप्पी पर उठाया था सवाल
यहां उल्लेखनीय है कि बीजद सांसद सुलता देव ने सोमवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को निशाना बनाया था। ‘भारतीय संविधान के गौरवशाली 75 वर्षों की यात्रा’ पर चर्चा के दौरान देव ने मणिपुर हिंसा, उत्तर प्रदेश के संभल में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा और ओडिशा में पिछले छह महीनों में महिलाओं के खिलाफ हुई हिंसा पर राष्ट्रपति की “चुप्पी” पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा कि जिस तरह राष्ट्रपति ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले पर अपनी आवाज उठाई थी, उसी तरह इन घटनाओं पर भी उन्हें अपनी राय रखनी चाहिए।