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राज्यसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने से किया इनकार
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कहा-हमने अध्यक्ष के खिलाफ कोई असंवैधानिक या अलोकतांत्रिक कार्रवाई नहीं देखी
भुवनेश्वर। राज्यसभा अध्यक्ष और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ लाए जाने वाले संभावित अविश्वास प्रस्ताव पर बीजू जनता दल (बीजद) ने इंडी गठबंधन को बड़ा झटका देते हुए साफ कर दिया है कि वह इस प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेगी।
बीजद सांसद निरंजन बिशी ने रविवार को स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी के किसी भी सांसद ने इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
बीजद सांसद निरंजन बिशी ने कहा कि हमने अध्यक्ष के खिलाफ किसी भी प्रकार की असंवैधानिक या अलोकतांत्रिक कार्रवाई नहीं देखी है। ऐसे में इस प्रस्ताव का समर्थन करने का कोई कारण नहीं है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि इस सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाने की संभावना बेहद कम है, हालांकि अगले सत्र में इसे पेश किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि जो भी निर्णय हमारी पार्टी के सुप्रीमो नवीन पटनायक लेंगे, हम सातों सांसद उसका पालन करेंगे।
बीजद की भूमिका पर अटकलें खारिज
इस बीच, बीजद सांसद निरंजन बिशी ने अपने भाजपा में शामिल होने की अफवाहों को भी सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने इसे पूरी तरह से निराधार और काल्पनिक बताया। बिशी ने कहा कि मेरे राजनीतिक निष्ठा को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है।
विपक्षी गठबंधन पर असर
बीजद के इस फैसले को इंडी गठबंधन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि बीजद पर विपक्षी दलों की निगाहें टिकी थी कि ओडिशा में भाजपा सरकार के गठन के बाद सत्ता से बाहर हुई बीजद का समर्थन उसको मिलेगा, लेकिन बीजद के इस कदम ने न केवल विपक्ष के लिए मुश्किलें खड़ी की हैं, बल्कि राज्यसभा में सत्ता पक्ष को अप्रत्यक्ष रूप से मजबूती भी दी है।
पार्टी की स्वतंत्र नीति
बीजद ने एक बार फिर अपनी स्वतंत्र नीति को उजागर किया है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि वह मुद्दों पर आधारित राजनीति करती है और बिना किसी ठोस कारण के किसी भी प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेगी।