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बीते तीन वर्षों में 16,287 की मौत और 30,453 घायल
भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा में प्रस्तुत एक चिंताजनक रिपोर्ट में परिवहन मंत्री विभूति भूषण जेना ने खुलासा किया कि राज्य में हर दिन औसतन 15 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हो रही है। बीते तीन वर्षों में सड़क हादसों में 16,287 लोगों की मौत हो चुकी है और 30,453 लोग घायल हुए हैं।
ये आंकड़े राज्य में सड़क सुरक्षा उपायों की खामियों को उजागर करते हैं। हाल ही में भद्रक और सोरो में हुई सड़क दुर्घटनाओं ने इस संकट को और गहराया है, जिनमें एक व्यक्ति की मौत और कई लोग घायल हुए हैं।
मंत्री जेना ने इन हादसों के लिए लापरवाह ड्राइविंग को मुख्य कारण बताया और साथ ही यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती की कमी को भी दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि भले ही जुर्माना लगाया गया हो, लेकिन नियमों के अनुपालन में गंभीरता की कमी है, जिसके कारण जनता में सुरक्षा उपायों के प्रति उदासीनता बनी हुई है।
इंटेलिजेंट एन्फोर्समेंट मैनेजमेंट सिस्टम की शुरुआत
सरकार ने सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए इंटेलिजेंट एन्फोर्समेंट मैनेजमेंट सिस्टम लॉन्च करने का फैसला लिया है। यह आधुनिक तकनीक का उपयोग करके यातायात नियमों के उल्लंघन को ट्रैक करेगा, दोषियों पर जुर्माना लगाएगा और वाहन मालिकों को नोटिस भेजेगा।
विशेषज्ञों की नाराजगी
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम केवल कागजी योजना तक ही सीमित है। जमीनी स्तर पर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य में कोई व्यापक ड्राइवर प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं है। इसे संस्थागत रूप से लागू करने की जरूरत है।
आकड़ों पर बढ़ा दबाव
सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ते आंकड़ों के बीच, राज्य सरकार पर नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सड़कों पर बढ़ते मौत के आंकड़ों को कम करने के लिए ठोस और निर्णायक कार्रवाई का दबाव बढ़ता जा रहा है।